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असम: शिव-पार्वती की वेशभूषा में महंगाई का विरोध करने वाले कलाकार मुश्किल में, केस दर्ज
असम: शिव-पार्वती की वेशभूषा में महंगाई का विरोध करने वाले कलाकार मुश्किल में (तस्वीर: इंडिया टुडे)

असम: शिव-पार्वती की वेशभूषा में महंगाई का विरोध करने वाले कलाकार मुश्किल में, केस दर्ज

Jul 10, 2022
04:39 pm

क्या है खबर?

असम में शिव और पार्वती की वेशभूषा में चीजों की बढ़ती कीमतों के खिलाफ नाटक करने वाले पुरुष और महिला कलाकारों की मुसीबत बढ़ गई है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया है कि यह हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने की कोशिश है। इसके बाद नगांव सदर थाने में दोनों के खिलाफ शिकायत दी गई, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पुरुष कलाकार को गिरफ्तार कर लिया है।

मामला

नाटक के जरिये कर रहे थे महंगाई का विरोध

दरअसल, बिरिंची बोरा और करिश्मा नामक कलाकारों ने शिव और पार्वती की वेशभूषा में तेल, खाद्य पदार्थों और दूसरी वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के खिलाफ नाटक किया था। दोनों कलाकार बाइक पर सवार होकर नगांव के कॉलेज चौक पर पहुंचे और वहां नाटक करने जैसे उनकी बाइक में तेल खत्म हो गया है। प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए बोरा ने कहा कि सरकार केवल उद्योगपतियों के हितों का ख्याल कर रही है और उसे आम लोगों की फिक्र नहीं है।

आपत्ति

VHP और बजरंग दल ने जताई आपत्ति

इसके बाद दोनों कलाकार बड़ा बाजार इलाके में पहुंचे और वहां भी ऐसा नाटक किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से सड़कों पर उतरकर बढ़ती महंगाई के खिलाफ आवाज उठाने की भी मांग की। इनके इस नाटक की चर्चा VHP और बजरंग दल तक भी पहुंच गई। दोनों संगठनों ने इसकी निंदा करते कलाकारों पर हिंदुओं की भावनाएं आहत करने का आरोप लगा दिया। बाद में यह मामला पुलिस तक पहुंच गया।

बयान

कलाकारों ने अपने बचाव में क्या कहा?

न्यूज18 के अनुसार, शिव बने युवक ने बताया कि लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए 'रचनात्मक विरोध' किया था। उन्होंने कहा कि कई लोग अपनी समस्याओं और चिंताओं को दूर करने के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करते हैं। इसलिए उन्होंने और उनकी साथी कलाकार ने शिव-पार्वती का रूप धारण लोगों को जागरूक करने की कोशिश की थी। वहीं महिला कलाकार ने कहा कि लोगों को बात समझाने के लिए उन्होंने यह रचनात्मक तरीका अपनाया था।

जानकारी

देवी काली के पोस्टर पर जारी है विवाद

असम का यह विवाद ऐसे समय सामने आया है, जब देवी काली के एक पोस्टर को लेकर हंगामा मचा हुआ है। दरअसल, फिल्मकार लीना मनीमेकलई ने 2 जुलाई को एक फिल्म का पोस्टर शेयर किया था। इसमें एक महिला को हिंदू देवी मां काली की वेशभूषा में सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था। कुछ दिन बाद उन्होंने एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें शिव-पार्वती की वेशभूषा में दो लोगों धूम्रपान करते देखे जा सकते थे।

न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)

काली पर बयान को लेकर घिरीं महुआ मोइत्रा

लीना के शेयर किए इस पोस्टर को लेकर छिड़े विवाद के बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने देवी काली को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इसे लेकर उनके खिलाफ कई जगह मामले दर्ज हुए हैं और उनकी पार्टी ने भी खुद को अलग कर लिया है। एक टीवी कार्यक्रम मे मोइत्रा ने कहा था, "मेरे लिए देवी काली मांस भक्षण करने वाली एवं मदिरा स्वीकार करने वाली देवी हैं।" उनके इस बयान का खूब विरोध हो रहा है।