भारत में अगले दो सप्ताह में शुरू हो जाएगा कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान- गुलेरिया
कोरोना वैक्सीन से जुड़ी सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) के शुक्रवार को एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन 'कोविशील्ड' और शनिवार को भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' को आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने की सिफारिश करने के साथ ही सरकार ने मेगा वेक्सीनेशन अभियान की भूमिका बना ली है। सरकार अगले दो सप्ताह में वैक्सीनेशन शुरू कर देगी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने इसकी जानकारी दी है।
SEC ने शर्तों के साथ की दोनों वैक्सीनों के इस्तेमाल की सिफारिश
SEC ने एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' के आपात इस्तेमाल की सशर्त सिफारिश की है। SEC ने 'कोवैक्सिन' को सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी की सिफारिश करने के साथ कंपनी को तीसरे चरण के ट्रायल को पूरा करने के वॉलेंटियरों की भर्ती में तेजी लाने को कहा है। इसके अलावा 'कोविशील्ड' का 18 साल या उससे अधिक उम्र के गंभीर मरीजों पर इस्तेमाल करने तथा चार से छह सप्ताह में दूसरी खुराक देने की सिफारिश की है।
वैक्सीनेशन अभियान की धीमी होगी प्रक्रिया- गुलेरिया
डॉ गुलेरिया ने न्यूज 18 से कहा, "भारत ने दो वैक्सीनों को मंजूरी मिलने की संभावना के साथ आगामी 10 से 14 दिनों में कोरोना के खिलाफ मेगा वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने की तैयारी कर ली थी।" उन्होंने आगे कहा, "हम धीमी प्रक्रिया के वैक्सीनेशन अभियान चलाएंगे। ऐसे में और वैक्सीन उपलबध हो सकेगी। जब वैक्सीनेशन शुरू होगा तो भीड़ जुटेगी। ऐसे में भीड़ का प्रबंधन करने के लिए उचिव समय सारिणी का होना बेहद जरूरी है।"
"वैक्सीनों को कोल्ड स्टोरेज में खराब होने से बचाने के लिए बरती जाएगी सावधानी"
डॉ गुलेरिया ने कहा, "हमें यह भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वैक्सीन कोल्ड स्टोरेज के कारण बर्बाद नहीं हो जाए। यही कारण है कि ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) इसमें मदद कर रहा है।" उन्होंने कहा कि, "देश में वैक्सीनेशन की तैयारियों की समीक्षा के लिए ही शनिवार को पूरे देश में एक साथ ड्राई रन आयोजित किया गया है। इसमें सामने आने वाले कमियों को समय रहते पूरा किया जाएगा और वैक्सीनेशन के दौरान उनसे बचा जा सकेगा।"
वैक्सीनेशन अभियान के लिए पूरी तरह से तैयार है सरकार
सरकार ने लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए देश में जल्द से जल्द मेगा वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। यही कारण है कि सरकार ने पहले गत 29 और 30 दिसंबर को असम, गुजरात, आंध्र प्रदेश और पंजाब के आठ जिलों में दो दिवसीय ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) किया था। इसके बाद शनिवार को भी देशभर के 116 जिलों में 259 जगहों पर ड्राई रन आयोजित कर अपनी तैयारियों को परखा है।
पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को दी जाएगी वैक्सीन
सरकार ने पहले फेज में तीन करोड़ लोगों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। इनमें एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और दो करोड़ फ्रंटलाइन कार्यकर्ता शामिल हैं। शेष प्राथमिकता सूची में शामिल 27 करोड़ लोगों को जुलाई तक कैसे वैक्सीन दी जाएगी।
भारत के लिए पांच करोड़ खुराकें तैयार- SII
भारत में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का ट्रायल कर रहे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) का कहना है कि भारत के लिए वैक्सीन की लगभग पांच करोड़ खुराकें तैयार हैं और मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने कहा कि कंपनी अब तक चार-पांच करोड़ खुराकों का उत्पादन कर चुकी है और इन्हें सबसे पहले भारत को दिया जाएगी। उन्होंने मार्च तक हर महीने 10 करोड़ खुराकें बनाने की बात कही थी।