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तेजस्वी यादव मानहानि मामले में फंसे, गुजरातियों को ठग कहने पर अहमदाबाद कोर्ट का समन
तेजस्वी यादव के खिलाफ मानहानि मामले में अहमदाबाद की कोर्ट ने समन जारी किया है

तेजस्वी यादव मानहानि मामले में फंसे, गुजरातियों को ठग कहने पर अहमदाबाद कोर्ट का समन

लेखन आबिद खान
Aug 28, 2023
06:50 pm

क्या है खबर?

बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मानहानि के एक मामले में उनके खिलाफ अहमदाबाद की कोर्ट ने समन जारी कर 22 सितंबर को पेश होने को कहा है। ये मामला गुजरातियों को ठग कहने को लेकर उनकी एक टिप्पणी से जुड़ा हुआ है। इस टिप्पणी पर उनके खिलाफ अहमदाबाद में एक कारोबारी ने आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था।

टिप्पणी

तेजस्वी ने गुजराती लोगों के बारे में क्या कहा था?

दरअसल, कुछ दिन पहले तेजस्वी ने नीरव मोदी से जुड़ी एक खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था, "LIC और भारतीय बैंकों के पैसा दे दो, फिर वो भाग जाएगा तो कौन जिम्मेदार होगा? इनके दोस्त यार जब भ्रष्टाचार करते हैं तो इनका तोता पिंजरे से नहीं निकलता। आज देश के हालात में सिर्फ गुजराती ही ठग हो सकते हैं। उनके ठग को माफ भी कर दिया जाएगा।"

याचिकाकर्ता

तेजस्वी के खिलाफ किसने की थी शिकायत?

तेजस्वी के बयान पर अहमदाबाद के एक कारोबारी हरेश मेहता ने इसी साल 21 मार्च को मानहानि का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने कहा था, "मीडिया को दिए बयान में तेजस्वी यादव मे पूरे गुजराती समाज को ठग कहा है। उन्होंने गुजरातियों को अपमानित करने का काम किया है और इससे मेरी भावनाएं आहत हुई हैं।" उन्होंने अपनी याचिका में तेजस्वी के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की थी।

गवाही

तेजस्वी के खिलाफ 15 लोगों ने दी गवाही 

रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी के खिलाफ अब तक कुल 15 गवाहों ने बयान दिए हैं। शिकायतकर्ता ने तेजस्वी के बयान का एक वीडियो भी अदालत में पेश किया था। अतिरिक्त मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट डीजे परमार की कोर्ट ने यह निष्कर्ष निकाला था कि प्रथम दृष्टया तेजस्वी की तरफ से इस मामले में अपराध हुआ है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 499 और 500 के तहत मुकदमा किया गया था।

आरोप

नौकरी के बदले जमीन मामले में भी आरोपी हैं तेजस्वी

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में भी तेजस्वी के खिलाफ मामला चल रहा है। तेजस्वी पर आरोप हैं कि उन्होंने एक कंपनी के जरिए घोटाले में ली गई जमीन को अपने और राबड़ी देवी के नाम कर लिया था। इस संबंध में तेजस्वी से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) कई बार पूछताछ कर चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली स्थित तेजस्वी के घर समेत 24 ठिकानों पर छापा मार कर करोड़ों की नगदी और जेवरात जब्त किए थे।