
अहमदाबाद विमान हादसा: एयर इंडिया पायलट के पिता सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, न्यायिक जांच की मांग
क्या है खबर?
अहमदाबाद-लंदन एयर इंडिया AI-171 हादसे की जांच से नाराज और परेशान दिवंगत कैप्टन सुमित सबरवाल के पिता ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुमित के 91 वर्षीय पिता पुष्करराज सबरवाल ने दुर्घटना की चल रही जांच में विश्वसनीयता और पारदर्शिता की कमी बताते हुए फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) के साथ मिलकर 10 अक्टूबर को संयुक्त याचिका दायर की है। उन्होंने कोर्ट से जांच के लिए 'न्यायालय निगरानी समिति' के गठन की मांग की है।
याचिका
याचिका में क्या है?
याचिका में कहा गया है कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में खामियां हैं क्योंकि रिपोर्ट में दुर्घटना का कारण पायलट की गलती बताई गई है और अन्य विश्वसनीय प्रणालीगत कारणों को नजरअंदाज किया है। याचिका में कहा कि दुर्घटना के सटीक कारण की पहचान किए बिना अधूरी और पूर्वाग्रहपूर्ण जांच, भविष्य के यात्रियों के जीवन को खतरे में डालती है और विमानन सुरक्षा को कमजोर करती है, जिससे संविधान के अनुच्छेद 21 का उल्लंघन होता है।
जानकारी
AAIB की जांच को बंद करने की मांग
याचिका में AAIB की सभी पूर्व जांचों को बंद करने और सभी भौतिक साक्ष्यों को न्यायिक समिति को सौंपने की मांग की गई है। समिति की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने और स्वतंत्र विमानन तकनीकी विशेषज्ञों को शामिल करने की मांग है।
जांच
केंद्रीय मंत्री जांच को सही बता चुके हैं
यह याचिका तब दायर हुई है, जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने भी AAIB की जांच को सही बताया है। उन्होंने कहा था कि जांच किसी के प्रभाव में नहीं, केवल तथ्यों पर विचार करते हुए, एक अत्यंत गहन, पारदर्शी और स्वतंत्र दृष्टिकोण से हुई है। मंत्री ने एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPA) द्वारा जांच रिपोर्ट पर आपत्ति जताने के बाद यह बयान दिया था, जिसमें रिपोर्ट दबाव और जल्दबाजी में देने का आरोप था।
घटना
हादसे में मारे गए थे 275 लोग
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान AI-171 बीजे मेडिकल कॉलेज से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 230 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी। केवल एक यात्री जिंदा बचा था। विमान के अलावा मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और आसपास भी 30 लोगों की जान गई थी। हादसे की जांच चल रही है।