
एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में कोई गड़बड़ी नहीं, केंद्रीय मंत्री का चिंताओं पर जवाब
क्या है खबर?
अहमदाबाद-लंदन एयर इंडिया AI-171 विमान हादसे की जांच को लेकर उठ रहे सवालों पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने मंगलवार को जवाब दिया है। इंडिया टुडे के मुताबिक, उन्होंने जांच को लेकर उठ रही चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि जांच बहुत ही साफ और गहन तरीके से की जा रही है, जिसमें कोई गड़बड़ी नहीं हो रही है। नायडू ने कहा कि जांच पारदर्शी, स्वतंत्र और किसी से प्रभावित नहीं थी।
जवाब
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की प्रारंभिक रिपोर्ट पर दिया जवाब
नायडू ने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर कहा, "AAIB विमान दुर्घटनाओं की जांच करने के लिए अधिकृत प्राधिकरण है। यह किसी के प्रभाव में नहीं, केवल तथ्यों पर विचार करते हुए, एक अत्यंत गहन, पारदर्शी और स्वतंत्र दृष्टिकोण अपनाता है। प्रारंभिक रिपोर्ट पर अभी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी क्योंकि यह अंतिम रिपोर्ट नहीं है। AAIB ने केवल ज्ञात तथ्य ही प्रस्तुत किए हैं। वास्तव में क्या हुआ, इसके लिए अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।"
रिपोर्ट
AAIB की जांच रिपोर्ट पर पायलट एसोसिएशन ने उठाया है सवाल
केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPA) की आपत्तियों के बीच आई है। एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया AI-171 विमान हादसे पर AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट जल्दबाजी में और दबाव में तैयार की गई थी। संगठन ने रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) ऑडियो के संदर्भ पर आपत्ति जताई है और सवाल उठाया कि दस्तावेज पर हस्ताक्षर क्यों नहीं किए गए थे।
जांच
AAIB की जांच रिपोर्ट में क्या है?
AAIB की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट से पता चला कि अहमदाबाद से उड़ान भरने के 3 सेकंड बाद एयर इंडिया बोइंग 787 के दोनों इंजनों को ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई थी। ईंधन नियंत्रण स्विच 'रन' से 'कटऑफ' पर आ गया था। रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं है कि यह अनजाने में हुआ था या जानबूझकर। कॉकपिट ऑडियो में एक पायलट दूसरे से पूछा था, "तुमने ईंधन क्यों बंद किया?" जिस पर सह-पायलट ने जवाब दिया, "मैंने नहीं किया।"
हादसा
हादसे में मारे गए थे 275 लोग
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान AI-171 बीजे मेडिकल कॉलेज से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 230 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी। केवल एक यात्री जिंदा बचा था। विमान के अलावा मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और आसपास भी 30 लोगों की जान गई थी। हादसे की जांच चल रही है।