सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल आरोपी पुलिस हिरासत से फरार, लॉरेंस बिश्नोई का है करीबी
पंजाबी गायक और कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश में शामिल रहा आरोपी दीपक टीनू शनिवार रात मानसा पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (CIA) की हिरासत से फरार हो गया। दीपक को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता है। CIA मानसा की टीम दीपक को कपूरथला से मानसा लेकर जा रही थी। उसी दौरान रात करीब 11 बजे वह CIA टीम की हिरासत से भाग निकला।
हथकड़ी न लगाने से मिला दीपक को भागने का मौका
पंजाब पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, CIA प्रभारी अपनी निजी गाड़ी में गैंगस्टर दीपक को कपूरथला से मानसा ला रहे थे। पुलिस उसे जेल से लेने के बाद छापेमारी के लिए उसे एक अनजान जगह लेकर जा रही थी। उस दौरान पुलिस ने दीपक को हथकड़ी भी नहीं लगाई गई थी। इसी का फायदा उठाकर वह चलती कार से कूदकर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद राजस्थान और हरियाणा बॉर्डर सील कर दिया गया है।
कपूरथला पुलिस को मिला था दीपक का प्रोडेक्शन वारंट
पुलिस के अनुसार, दीपक को कपूरथला पुलिस प्रोडेक्शन वारंट पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से लाई थी। उस पर हत्या, फिरौती, रंगदारी आदि के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि मूसेवाला की हत्या से दो दिन पहले ही 27 मई को दीपक ने एक कॉन्फ्रेंस में मूसलेवाला से मुलाकात की थी। इसके दो दिन बाद 29 मई को मूसेवाला का हत्या कर दी गई। इस मामले की चार्जशीट में दीपक को भी आरोपी बनाया गया है।
लॉरेंस गैंग की पुलिस को धमकी
दीपक के फरार होने के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया के जरिए पुलिस को धमकी दी है। इस पोस्ट में लिखा है, 'यह पोस्ट खासतौर पर पंजाब और हरियाणा पुलिस के लिए है। हमारा भाई टीनू हरियाणा उर्फ दीपक पुलिस कस्टडी से फरार हो गया है। पुलिस उसके साथ कुछ भी नाजायज कर सकती है। हम पुलिस का बहुत धक्का सह चुके हैं, अब और नही सहना। हमें मजबूर न किया जाए। पुलिस अपनी बनती कार्रवाई करे।'
दीपक के खिलाफ दर्ज हैं 35 से अधिक मामले
पुलिस के अनुसार, गैंगस्टर दीपक मूल रूप से भिवानी जिले का निवासी है। उसके खिलाफ हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास सहित 35 से अधिक मामले दर्ज हैं। वह 2017 से जेल में है। पिछले करीब 11 साल से वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। उसने भिवानी में बंटी मास्टर की हत्या की थी। पंजाब में गैंगस्टर लवी डियोडा को मारा था। उसका छोटा भाई चिराग नशीले पदार्थों की तस्करी करता है।
29 मई को हुई थी मूसेवाला की हत्या
29 मई को मानसा जिले के जवाहरके गांव जाते वक्त सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उन पर 30 राउंड गोलियां चलाई थी। मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोनों दोस्त घायल हो गए थे। वारदात के बार गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। बाद में जांच में सामने आया कि लॉरेंस ने अपने करीबी विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए मूसेवाला की हत्या करवाई थी।
पुलिस ने चार्जशीट में शामिल किए 15 आरोपियों के नाम
इस मामले में पंजाब पुलिस ने 18 अगस्त को कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी थी। इसमें 15 आरोपियों का नाम शामिल किया गया था। जिनमें लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, मनमोहन मोहना, दीपक टीनू, संदीप केकड़ा, अंकित सिरसा, प्रियव्रत फौजी, सचिन भिवानी, केशव, कशिश, मनप्रीत मनु और जगरूप रूपा के नाम शामिल था। पुलिस ने हत्या का मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया को बताया गया था। इसके अलावा चार्जशीट में 40 से ज्यादा गवाहों के नाम भी शामिल थे।