ट्रैक्टर रैली में हिंसा: पुलिस ने अब तक 84 लोगों को किया गिरफ्तार, 38 हुई FIR
देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा और उत्पात के मामले में पुलिस ने कार्रवाई को तेज कर दिया है। पुलिस अब तक मामले में कुल 38 FIR दर्ज कर चुकी है और कुल 84 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसी तरह लाल किले पर केसरिया झंडा फहराने के मामले में भी पुलिस ने पांच अन्य आरोपियों की पहचान कर ली है। इनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है।
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को 22 लोगों को किया गिरफ्तार
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार को विभिन्न जगहों पर दबिश देकर कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही गिरफ्तार होने वालों कुल संख्या 84 पहुंच गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान का काम जारी है और पहचान के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। कई जगहों पर दबिश के दौरान आरोपी पुलिस से बचकर भागने में भी कामयाब हुए हैं। उनकी तलाश जारी है।
फोरेंसिक टीम ने लाल किले से जुटाए अहम साक्ष्य
पुलिस ने बताया कि फोरेंसिक टीमों ने शनिवार को लाल किला पहुंचकर कई अहम साक्ष्य जुटाए हैं। फोरेंसिक टीमों ने मौके पर कई घंटे गुजारने के बाद पाया कि वहां व्यापक तौर पर हिंसा हुई थी। टीम ने वहां पर कई जगहों से खून के नमूने और फ्रिंगर प्रिंट जुटाए हैं। फोरेंसिक टीमों में शामिल अधिकारियों ने बताया कि लाल किले पर पुलिस और किसानों के बीच हुई हिंसक झड़प के कई ठोस सुबूत मिले हैं।
आम जनता ने पुलिस को उपलब्ध कराए 1,700 वीडियो और CCTV फुटेज
पुलिस ने बताया कि आम जनता ने पुलिस को घटना से जुड़े करीब 1,700 वीडियो और CCTV फुटेज उपलब्ध कराए हैं। इन सभी की जांच कर आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है। बता दें कि शुक्रवार को पुलिस ने लोगों से सहयोग मांगा था।
लाल किले पर झंडा फहराने के मामले में छह की पहचान
पुलिस ने बताया कि विभिन्न वीडियो क्लिप के आधार पर लाल किले पर केसरिया झंडा पहराए जाने के मामले में छह अन्य लोगों की पहचान की जा चुकी है। इसमें मुख्य आरोपी पंजाब के तरनतारन जिला के वान तारा सिंह गांव निवासी जुगराज सिंह (23) हैं। पुलिस ने बताया कि पहचाने गए सभी छह आरोपी पंजाब से हैं। पंजाब पुलिस के साथ जांच करने पर इनमें से पांच के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित कई अन्य मामले दर्ज मिले हैं।
ट्रैक्टर रैली में किसानों के तय रास्ते से हटने के बाद हुई थी हिंसा
किसानों की ओर से गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बुलाई ट्रैक्टर परेड में एक धड़ा शुरूआत में ही तय रास्ते से हट गया और ITO होते हुए लाल किले की तरफ निकल गया। उस दौरान उनकी ITO और लाल किला सहित मुकरबा चौक, गाजीपुर, ITO, सीमापुरी, नांगलोई, टिकरी बॉर्डर पर पुलिस के साथ जबरदस्त भिडंत हुई। इसमें कम से कम 394 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा।
पुलिस ने पहले दिन दर्ज की थी 25 FIR
गणतंत्र दिवस हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने पहले दिन कुल 25 FIR दर्ज की थी। इनमें जानलेवा हमले, डकैती, सरकारी काम में रुकावट डालने और नियम तोड़ने जैसी धाराएं लगाई गई थी। एक FIR में किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह को आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू के खिलाफ भी FIR दर्ज की है।
दिल्ली पुलिस UAPA और राजद्रोह के तहत भी दर्ज किए कई मामले
हिंसा को लेकर पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और राजद्रोह के तहत भी कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इतना ही नहीं पुलिस ने इनमें से नौ FIR क्राइम ब्रांच को भेजी है। ऐसे में इन मामलों की जांच क्राइम ब्रांच के साथ स्पेशल सेल भी करेगी। पुलिस हिंसा वाले इलाकों का डंप डाटा भी निकाला जा रहा है। इसमें घटना वाले दिन संबंधित टावर के रेंज में रहने वाले लोगों का पता चल सकेगा।