हरियाणा: 3 जिलों की पंचायतों ने मुस्लिम व्यापारियों के गांवों में प्रवेश पर रोक लगाई
हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद 3 जिलों की पंचायतों ने मुस्लिम व्यापरियों के गांवों में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इंडिया टुडे के मुताबिक, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और झज्जर जिलों की करीब 50 पंचायतों ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के किसी भी व्यक्ति को गांव में व्यापार करने और फेरी लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गांव में शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला किया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए पंचायतों के पत्र
पंचायतों द्वारा पुलिस अधिकारियों को लिखे गए पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं और इनमें चोरी की घटनाओं का भी हवाला दिया गया है। महेंद्रगढ़ के अटेली नांगल खंड की मिर्जापुर ग्राम पंचायत के पत्र में कहा गया है, "मुस्लिम समुदाय या किसी शरारती तत्व को गांव में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद यह फैसला लिया गया है। इसमें किसी की धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी।"
हिसार में भी पंचायत सदस्यों का अल्टीमेटम
हिसार जिले में भी कुछ पंचायत सदस्यों ने कहा, "हम सभी दुकानों को अपने मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए 2 दिन का अल्टीमेटम दे रहे हैं, अन्यथा हम उनका बहिष्कार करेंगे।" महेंद्रगढ़ के नारनौल के SDM ने खंड कार्यालयों से सभी पंचायतों को कारण बताओ नोटिस भेजने को कहा है। उन्होंने कहा कि सामने आए सभी पत्रों की जांच की जाएगी और माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिमों के बहिष्कार के खिलाफ याचिका दाखिल
नूंह हिंसा के बाद हरियाणा के विभिन्न इलाकों में मुस्लिमों के सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार का आह्वान करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के समक्ष याचिका का उल्लेख करते हुए कहा, "यह बहुत ही गंभीर मामला है। लोगों से कहा जा रहा है कि अगर आप मुस्लिमों को अपनी दुकानों में काम पर रखेंगे तो आप सभी गद्दार कहलाएंगे।"
नूंह में 11 अगस्त तक बढ़ाई गई इंटरनेट पर रोक
नूंह में जारी कर्फ्यू के बीच लोगों को आवश्यक चीजों के लिए बाहर निकलने पर पाबंदियों में ढील दी जा रही है। हालांकि, इंटरनेट सेवा पर लगी रोक को 11 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। बता दें कि नूंह में 31 जुलाई को एक धार्मिक यात्रा पर पथराव के बाद हरियाणा के विभिन्न इलाकों में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें हरियाणा पुलिस के 2 होम गार्ड जवानों समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी।