पुंछ में सैन्य हिरासत में लिए गए 5 और युवकों पर हुआ अत्याचार -रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सैन्य हिरासत के दौरान 3 नागरिकों की मौत के मामले में अब नया खुलासा हुआ है। 5 और नागरिकों ने भारतीय सेना पर हिरासत के दौरान प्रताड़ना का आरोप लगाया है। ये सभी पुंछ के टोपा पीर गांव के रहने वाले हैं और इन्हें 22 दिसंबर की रात को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया और 13 जनवरी को छुट्टी दे दी गई। अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में ये जानकारी दी है।
पुलिस ने सेना से मांगे मेडिकल रिकॉर्ड
इन 5 लोगों की पहचान रियाज और उसका भाई फारूक, इजराइल, जमील और इरफान के तौर पर हुई है। जानकारी सामने आने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने भारतीय सेना से इन 5 लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड उपलब्ध कराने को कहा है। रियाज और फारूक के पिता वजीर हुसैन ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनके दोनों बेटों को मुआवजे के तौर पर 2.5 लाख रुपये दिए गए थे।
हिरासत में लिए लोगों ने सेना पर लगाए प्रताड़ना के आरोप
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए इजराइल ने कहा, "मेरे कपड़े उतार दिए गए और लाठियों से पीटा गया। लोहे की छड़ें तब तक मारी गईं, जब तक मैं बेहोश नहीं हो गया। हर बार जब हम बेहोश हो जाते थे तो वे हमें कमरे से बाहर खींच लेते थे और वापस ले जाने से पहले हम पर पानी डालते थे।" वजीर ने भी आरोप लगाया कि सैन्यकर्मियों की पिटाई से उनके बेटों की त्वचा काली पड़ गई है।
क्या है मामला?
21 दिसंबर, 2023 को जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में आतंकियों ने घात लगाकर सेना के काफिले पर हमला किया था, जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद सेना ने 8 लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें से 3 की मौत हो गई थी और 5 को गंभीर घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सैन्य हिरासत में युवकों की मौत के बाद घाटी में प्रदर्शन भी हुए थे।
मृतकों के परिजनों से मिले थे राजनाथ सिंह
घटना को लेकर विवाद बढ़ने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी। इसी दौरान सिंह ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था, "आपके कंधों पर अपने देशवासियों का दिल जीतने की भी बड़ी जिम्मेदारी है। सुनिश्चित करें कि ऐसी घटना दोबारा न हो।" सेना ने भी मामले की आंतरिक जांच शुरू करते हुए एक बड़े अधिकारी का पुंछ के बाहर ट्रांसफर कर दिया था।
सेना के वाहन पर घात लगाकर हुआ था हमला
21 दिसंबर, 2023 को जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में आतंकियों ने 2 सैन्य वाहनों पर घात लगाकर हमला कर दिया था। इसमें 5 जवान शहीद हो गए थे और 2 घायल हुए थे। हमले से पहले सेना इस इलाके में एक ऑपरेशन चला रही थी। इसी ऑपरेशन के लिए सेना के वाहन सैनिकों को लेकर आगे बढ़ रहे थे। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने ली थी।