
इजरायल-हमास युद्ध के मद्देनजर राजनाथ सिंह का निर्देश- 'अप्रत्याशित परिस्थिति' के लिए तैयार रहे सेना
क्या है खबर?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को 'किसी भी परिस्थिति' से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। रक्षा मंत्री ने सेना के कमांडरो से बात करते हुए उनसे इजरायल-हमास युद्ध का भी जिक्र किया है। सिंह ने कहा कि सीमा पर हमें भी इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। हिंदुस्तान टाइम्स ने एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है।
हमला
हमास और इजरायली सेना के हमले का अध्ययन कर रहे विशेषज्ञ
रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा योजनाकारों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमास के हमले का अध्ययन किया है। विशेषज्ञ गाजा पट्टी में इजरायली सेना की कार्रवाई पर भी नजर रख रहे हैं। सेना ने ऐसी किसी संभावित घटना से निपटने के लिए मेक इन इंडिया के तहत रक्षा हथियारों की खरीदी भी शुरू कर दी है। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
सेना
भारतीय सेना ने की आपातकालीन खरीदारी
भारतीय सेना ने इस तरह के हमलों से निपटने के लिए 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत एंटी-ड्रोन सिस्टम, मानव रहित विमान (UAV), गोला-बारूद और ग्राउंड सेंसर की कई हजार करोड़ रुपये की आपातकालीन खरीदारी की है। इजरायल पर हमले के बाद सेना, खुफिया विभाग और विदेश मंत्रालय के चुनिंदा अधिकारियों ने कई चरणोंं में बैठकें की और इस मामले को भारत के नजरिए से समझ कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा भी की है।
नौसेना
नौसेना भी पूरी तरह तैयार
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल पर हुए हमले के बाद भारतीय नौसेना ने भी कमर कस ली है। नौसेना ने पश्चिमी तट पर सभी जहाजों की जांच की है और बिना कागजात वाले जहाजों पर जुर्माना लगाया है। मुंबई से जुड़ी समुद्री सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है, क्योंकि 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान आतंकियों ने चबाड़ हाउस को निशाना बनाया था और 6 यहूदियों की हत्या कर दी थी।
बयान
राजनाथ सिंह ने कहा था- नई चुनौतियों के लिए हमेशा तैयार रहें
26 अक्टूबर को वायु सेना कमांडर सम्मेलन में सिंह ने कमांडरों से तेजी से बदलती वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति पर नजर रखने और भारतीय संदर्भ में उनका आकलन करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था, "वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। हमें उनसे निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। हवाई युद्ध के क्षेत्र में नए रुझान सामने आए हैं। रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए उनका विश्लेषण करने और उनसे सीखने की जरूरत है।"
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर एक साथ 5,000 से भी ज्यादा रॉकेट दागे थे। अत्याधुनिक मानी जाने वाली इजरायल का आयरन डोम प्रणाली भी इनको रोक नहीं पाई था। इसके बाद हमास के लड़ाके पैराग्लाइडर के जरिए सीमाई शहरों में उतर गए थे और कई लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ ले गए थे। भारत को कश्मीर से सटी सीमा पर इस तरह की गतिविधि की आशंका है, इसलिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।