दिल्ली: ओमिक्रॉन वेरिएंट के 12 संदिग्ध मरीज LNJP अस्पताल में भर्ती, टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार
क्या है खबर?
दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए लोगों का इलाज किया जाएगा और इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 12 मरीजों को रेफर किया गया है, जिनके ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है।
इनमें से आठ में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और केवल एक मरीज में हल्के लक्षण नजर आ रहे हैं।
जानकारी
इन देशों से आए हैं ये 12 लोग
न्यूज18 से बात करते हुए LNJP अस्पताल के मेडिकल निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि भर्ती कराए गए लोग यूनाइटेड किंगडम, नीदरलैंड, फ्रांस, बेल्जियम और तंजानिया से आए हैं। इनके प्राइमरी और सेकेंडरी संपर्कों को पता लगाया जा रहा है।
वेरिएंट की पुष्टि के लिए इनके सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी।
बता दें, सरकार ने यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बावे, सिंगापुर, हांगकांग और इजरायल को जोखिम वाले देशों की सूची में रखा है।
जानकारी
जीनोम सीक्वेंसिंग में लगते हैं 3-4 दिन
जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिये किसी मरीज में वेरिएंट की पुष्टि करने में 3-4 दिन लग जाते हैं।
इसकी वजह बताते हुए डॉ कुमार ने कहा कि यह एक पेचीदा वैज्ञानिक टेस्ट है। इसमें RT-PCR सैंपल से RNA को अलग किया जाता है और फिर उसे सीक्वेंस किया जाता है। यह लंबी प्रक्रिया है, जिससे वेरिएंट का पता चल पाता है।
उन्होंने बताया कि एक बार नतीजे आने के बाद दोबारा सीक्वेंसिंग कर उसकी पुष्टि की जाती है।
इंतजाम
अस्पताल में क्या तैयारियां की गई हैं?
ओमिक्रॉन को देखते हुए अपनी तैयारियों के बारे में डॉ कुमार ने बताया कि नए वेरिएंट से संक्रमित पाए गए लोगों को आइसोलेट करने के लिए अस्पताल में 40 बिस्तरों का विशेष वार्ड बनाया गया है। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अस्पताल में बनी लैब की क्षमता रोजाना 40 सैंपल से बढ़ाकर 100 सैंपल की गई है।
उन्होंने लोगों से कहा कि डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन महामारी से बचाव के लिए सतर्क रहना होगा।
कोरोना संकट
भारत में सामने आ चुके हैं ओमिक्रॉन के दो मामले
ओमिक्रॉन वेरिएंट भारत तक अपने पैर पसार चुका है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि कर्नाटक में दो लोगों को ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है।
दो संक्रमितों में एक 66 वर्षीय विदेशी यात्री था, जो 27 नवंबर को भारत से संयुक्त अरब अमीरात जा चुका है।
वहीं दूसरा संक्रमित एक डॉक्टर है और उसके संपर्क में आए पांच लोगों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
न्यूजबाइट्स प्लस
क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना समेत कई देशों में मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं।
विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है।
WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं