रणवीर और आलिया अभिनीत 'बैजू बावरा' की शूटिंग अक्टूबर में होगी शुरू
संजय लीला भंसाली फिल्म 'बैजू बावरा' को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल में खबर आई थी कि इस फिल्म के लिए रणवीर सिंह को कास्ट किया गया है। रणवीर के अलावा फिल्म में दिग्गज अभिनेत्री आलिया भट्ट भी नजर आने वाली हैं। आलिया फिल्म में रणवीर के अपोजिट भूमिका में दिखेंगी। अब इस फिल्म से जुड़ी एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। खबरों की मानें तो फिल्म 'बैजू बावरा' की शूटिंग अक्टूबर में शुरू हो सकती है।
गोरेगांव के फिल्म सिटी में हो रहा सेट का निर्माण
मिड-डे की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रणवीर और आलिया की फिल्म 'बैजू बावरा' की शूटिंग अक्टूबर में शुरू होने वाली है। इसके लिए वर्तमान में सेट का निर्माण गोरेगांव के फिल्म सिटी में किया जा रहा है। खबरों की मानें तो आलिया और रणवीर के लिए यह शेड्यूल बहुत व्यस्त होने वाला है क्योंकि उन्होंने 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' की शूटिंग भी शुरू कर दी है। इस फिल्म का निर्देशन करण जौहर कर रहे हैं।
लॉकडाउन के कारण कलाकारों के डेट्स में आया बदलाव
दूसरे लॉकडाउन के कारण आलिया और रणवीर की डेट डायरी में बदलाव आया है, जिसके कारण 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' और 'बैजू बावरा' की शूटिंग एक साथ चल सकती है। इसका मतलब है कि अब दोनों कलाकरों को इन दोनों फिल्मों के प्रोजेक्ट पर एक साथ काम करना पड़ सकता है। 'बैजू बावरा' एक म्यूजिकल फिल्म है, जिसके लिए पहले अभिनेता रणबीर कपूर को अप्रोच करने की खबरें सामने आई थीं।
दोनों फिल्मों की शूटिंग साथ चलने से होगी ये परेशानी
एक सूत्र ने कहा, "इस समय ऐसा प्रतीत होता है कि 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' के कुछ हिस्से 'बैजू बावरा' की शूटिंग के साथ ओवरलैप हो सकते हैं। इसमें पहली बाधा होगी फिल्म के कैरेक्टर का लुक क्योंकि इन दोनों कलाकारों का फिल्मों में अलग-अलग लुक होगा।" सूत्र ने बताया कि टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि भंसाली के प्रोजेक्ट में जाने से पहले दोनों कलाकार करण की फिल्म के बड़े हिस्से को पूरा कर लें।
1952 में आई 'बैजू बावरा' की कहानी
इस फिल्म की कहानी 1952 में आई क्लासिक फिल्म 'बैजू बावरा' पर आधारित होगी। 'बैजू बावरा' एक म्यूजिकल ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन विजय भट्ट ने किया था। यह फिल्म 1952 में रिलीज हुई थी और इसमें मीना कुमारी और भारत भूषण जैसे कलाकार नजर आए थे। फिल्म एक संगीतकार के जीवन पर आधारित है, जो अपने पिता की मृत्यु का बदला अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक 'तानसेन' से लेता है।