
समय रैना समेत 5 कॉमेडियन सुप्रीम कोर्ट में हुए पेश, दिव्यांगों का मजाक उड़ाना पड़ा भारी
क्या है खबर?
दिव्यांग लोगों का मजाक उड़ाने के मामले में कॉमेडियन समय रैना समेत 5 हास्य कलाकार 15 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने सभी लोगों को अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। पीठ ने अगली सुनवाई में भी उनको अदालत में पेश होने को कहा। सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर को 2 हफ्तों के भीतर अपना जवाब देना होगा और जवाब दाखिल करने के लिए इससे ज्यादा समय नहीं दिया जाएगा।
रिपोर्ट
सोनाली ठक्कर को दी गई ये छूट
समय के अलावा विपुल गोयल, बलराज परमजीत सिंह घई, सोनाली ठक्कर और निशांत जगदीश तंवर को जवाब देने के लिए अदालत में पेश होना है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शारीरिक कारण से सोनाली को पेशी से छूट दे दी और उन्हें वर्चुअली सुनवाई में पेश होने का निर्देश दिया है। बता दें कि अदालत ने कहा है कि अगर अगली सुनवाई में सभी हास्य कलाकार पेश नहीं हुए तो सख्त एक्शन लिया जाएगा।
मामला
क्या है पूरा मामला?
अदालत ने समय के चुटकुलों पर गहरी नाराजगी जताई की थी। दरअसल, एक NGO 'क्योर एसएमए फाउंडेशन ऑफ इंडिया' ने समय पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने शो में 'स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी' (SMA) नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बच्चे का मजाक उड़ाया है। सुप्रमी कोर्ट ने विकलांग व्यक्तियों का मजाक उड़ाने वाले इन्फ्लुएंसर्स को हानिकारक और मनोबल को नुकसान पहुंचाने वाला करार दिया। अब इस मामले में समय को सुप्रीम कोर्ट के सामने अपनी सफाई देनी होगी।