
दोस्त रूमी जाफरी ने सतीश कौशिक को दी थी ज्यादा सफर नहीं करने की चेतावनी
क्या है खबर?
सबको हंसाने वाले सतीश कौशिक अब हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया से रूख्सत हो गए हैं। 66 की उम्र में हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हुआ।
सतीश के साथ कई फिल्मों में काम कर चुके फिल्ममेकर और दोस्त रूमी जाफरी ने हाल ही में उनके बारे में बात की और बताया कि वह अपनी बेटी के लिए जीना चाहते थे और उन्होंने सतीश को ज्यादा सफर नहीं करने की चेतावनी दी थी।
बयान
हमें इस खबर पर विश्वास ही नहीं हो रहा- रूमी
ईटाइम्स के मुताबिक, रूमी ने कहा, "मुझे गुरुवार सुबह सतीश की मौत की खबर मिली। फिर मैं अपनी पत्नी के साथ इस दुख की घड़ी में सतीश की पत्नी और बेटी वंशिका को संभालने उनके घर गया। मेरी पत्नी वंशिका से बहुत जुड़ी हुई हैं।"
उन्होंने कहा, "हमें इस खबर पर विश्वास ही नहीं हो रहा है। सतीश ने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बात की थी। उनके पास करने के लिए और भी बहुत कुछ था।"
ख्वाहिश
बेटी को पैरों पर खड़े होते देखना चाहते थे सतीश
रूमी ने कहा, "सतीश अपनी बेटी को जिंदगी में कुछ करते देखने के लिए काफी समय तक जीवित रहना चाहते थे, लेकिन भगवान और किस्मत को कुछ और ही मंजूूर था। सतीश और मैं 30 साल से ज्यादा समय से दोस्त थे। ऐसे में उनका एकाएक जाना बहुत नाइंसाफी है।"
उन्होंने कहा, "वह पूरी तरह से स्वस्थ थे। सतीश समय पर और सही खाना खाते थे। उन्होंने वजन भी कम कर लिया था। वह सुबह की सैर पर जाते थे।"
आखिरी सफर
"क्या पता था, यह उनकी आखिरी यात्रा होगी?"
रूमी बोले, "दो दिन पहले सतीश, जावेद अख्तर साहब की होली पार्टी में डांस कर रहे थे। वह बहुत ज्यादा ट्रैवल कर रहे थे। जब उन्होंने मुझे बताया कि वह एक दोस्त के निमंत्रण पर दिल्ली जा रहे हैं तो मैंने उन्हें इतना सफर करने को लेकर चेतावनी भी दी।"
उन्होंने कहा, "सतीश ने मुझे यह कहते हुए चुप करा दिया कि यह एक दोस्त के लिए एक कमिटमेंट था। हमें क्या पता था कि ये उनकी आखिरी यात्रा होगी?"
पहला मौका
याद आई पहली मुलाकात
रूमी ने सतीश के साथ अपनी पहली मुलाकात को भी याद किया। दोनो फिल्म 'मिस्टर इंडिया' के सेट पर मिले थे। यह वो समय था, जब रूमी छुट्टियां मनाने अपने घर भोपाल से मुंबई आए थे। उस दौरान सतीश बॉलीवुड में अपना करियर शुरू करने को लेकर दुविधा में थे।
उन्होंने कहा, "वह एक फिल्म की शूटिंग देखना चाहते थे और 'मिस्टर इंडिया' के सेट पर पहुंचे थे। इसी फिल्म ने सतीश को 'कैलेंडर' के रूप में अमर कर दिया।"
जानकारी
रूमी ने लिखे सतीश के कई हिट किरदार
'कैलेंडर' को छोड़ सतीश के कई किरदार रूमी ने लिखे फिर चाहे वो 'साजन चले ससुराल' में 'मुत्थुस्वामी' हो, 'दीवाना मस्ताना' का 'पप्पू पेजर' हो या 'बड़े मियां छोटे मियां' का 'शराफत अली' हो या फिर फिल्म 'हसीना मान जाएगी' का 'कुंज बिहारी' हो।