
पत्रलेखा बोलीं- मुझे आवाज उठाना राजकुमार ने सिखाया, पहले तो चुपचाप सिर झुकाकर निकल जाती थी
क्या है खबर?
अभिनेत्री पत्रलेखा जल्द ही फिल्म 'फुले' में नजर आएंगी। इसमें वह महान समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की भूमिका निभा रहीं हैं। लंबे समय से उनकी यह फिल्म रिलीज की राह देख रही है।
पहले 11 अप्रैल को पर्दे पर आने वाली यह फिल्म अब 25 अप्रैल को रिलीज होगी।
हाल ही में पत्रलेखा ने अपनी इस फिल्म पर बात की। उन्होंने अपने पति राजकुमार राव से जुड़े सवालों का जवाब भी दिया।
भेदभाव
पत्रलेखा ने भी समाज में झेली गैर बराबरी
NBT से बातचीत में पत्रलेखा से पूछा गया कि सावित्री बाई फुले भारत में लैंगिक समानता और नारीवादी आंदोलन की अग्रणी रहीं। क्या आपने लड़की होने के कारण गैर बराबरी झेली है?
इस पर वह बोलीं, "बिल्कुल झेली है। मैंने बाहर बचपन से इन चीजों का सामना किया है। ये असमानता अब भी हमारे समाज में है, लेकिन एक मजबूत मां ही इसमें बदलाव ला सकती है। वो ही अपने बेटे को समझा सकती है कि लड़की-लड़का सब एक है।"
खुलासा
पहले अपना अपमान चुपचाप सह लेती थीं पत्रलेखा
जब पत्रलेखा से पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी इसके खिलाफ आवाज उठाने की नहीं सोची तो उनका जवाब था, "बहुत वक्त बाद। ये आवाज उठाना मुझे मेरे पति राजकुमार राव ने 6-7 साल पहले सिखाया था, वरना इससे पहले तो रास्ते में कोई भी लड़का मुझे कुछ भी बोलकर चला जाता था और मैं चुपचाप अपना सिर नीचे करके चली जाती थी।"
इसके बाद पत्रलेखा ने कॉलेज के दिनों में अपने साथ हुई एक घटना भी सुनाई।
सीख
राजकुमार ने सिखाई ये बात
अभिनेत्री बोलीं, "हम बस से किसी ट्रिप पर जा रहे थे। जब मैं बस से उतरी तो किसी ने मुझे गलत तरह से छुआ। मुझे इतना गंदा लगा कि मैं रातभर रोती रही कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया, मेरी क्या गलती थी? राज ने मुझे सिखाया कि कोई अगर तुम्हें बुरी नजर से देख रहा है, कुछ कह रहा है या तुम्हें असहज महसूस करा रहा है तो तुम बोलो कि क्या देख रहे हो, उसे पलटकर जवाब दो।"
कारण
राजकुमार ने क्यों लगाया था अपनी शादी में सिंदूर?
जब पत्रलेखा से पूछा गया कि शादी के समय राजकुमार के सिंदूर लगाने के पीछे क्या सोच रही?
इस पर उन्होंने कहा, "वो ऐसा कुछ सोचकर नहीं करते। राज की परवरिश ही ऐसी हुई है। ये खूबियां उसकी मां ने उसमें डाली हैं, जो बहुत मजबूत महिला थीं। उन्होंने उसे सिखाया कि आपको अपनी पत्नी को इज्जत देनी ही है। आपके घर की सब औरतें आपके बराबर हैं। वह ऐसा कुछ दिखाने या साबित करने के लिए नहीं करते।"
जानकारी
पत्रलेखा की फिल्म 'फुले' के बारे में
बात करें पत्रलेखा की फिल्म 'फुले' की तो इसमें उनके साथ अभिनेता प्रतीक गांधी नजर आएंगे। यह फिल्म क्रांतिकारी ज्योति सावित्रीबाई फुले के सामाजिक सुधार और संघर्ष पर आधारित है। प्रतीक इसमें महात्मा फुले तो पत्रलेखा सावित्रीबाई फुले का किरदार निभा रही हैं।