राम मंदिर से जुड़ी घटनाओं पर डॉक्यूमेंट्री बना रहे प्रियदर्शन
अयोध्या में राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठान का कार्यक्रम इन दिनों चर्चा में है। सोशल मीडिया पर एक तरफ राजनीति गरमाई हुई है, तो दूसरी ओर रामभक्ति छाई हुई है। हाल ही में टीवी शो रामायण के सितारे अरुण गोविल, सुनील लहरी और दीपिका चिखलिया ने यहां एक गाने की शूटिंग की है, जो 22 जनवरी को जारी होगा। अब खबर आई है कि निर्देशक प्रियदर्शन राम मंदिर निर्माण के इतिहास पर एक डॉक्यूमेंट्री बना रहे हैं।
मंदिर निर्माण की प्रमुख घटनाओं को दिखाएगी डॉक्यूमेंट्री
प्रियदर्शन इससे पहले नवनिर्मित संसद भवन में लगाए गए सेंगोल पर डॉक्यूमेंट्री बना चुके हैं। OTT प्ले से बातचीत में उन्होंने राम मंदिर पर बन रही डॉक्यूमेंट्री के बारे में बताया। 5 एपिसोड की यह डॉक्यूमेंट्री 1883 में राम मंदिर के लिए ब्रिटिश कोर्ट में दायर किए गए मामले से मंदिर के उद्घाटन तक की घटनाएं दिखाएगी। इसका निर्माण अयोध्या मंदिर ट्रस्ट कर रही है। सेंगोल की डॉक्यूमेंट्री के कारण प्रियदर्शन को इसके निर्देशन के लिए चुना गया।
ऐसी होगी डॉक्यूमेंट्री
इस डॉक्यूमेंट्री का हर एपिसोड करीब 45 मिनट का होगा। डॉक्यूमेंट्री में राम मंदिर से जुड़ी सभी कानूनी घटनाओं, मुकदमों और कोर्ट के फैसलों को सिलसिलेवार तरीके से दिखाया जाएगा। इसमें टीवी पत्रकारों के बयान और इंटरव्यू शामिल किए जाएंगे, जो इन मामलों पर नजर बनाए थे। इनके अलावा इस सीरीज में जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी जैसी हस्तियों के इंटरव्यू भी शामिल किए जाएंगे।
12 लोगों की टीम ने तैयार की स्क्रिप्ट
प्रियदर्शन ने बताया कि उन्हें इसकी स्क्रिप्ट पहले ही दी गई थी। वह सिर्फ इसका निर्देशन कर रहे हैं। इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रिप्ट को 12 लोगों की टीम ने लिखा है। इस टीम में कवि, इतिहासकार, वकील और पुरातत्व विभाग के लोग शामिल थे। डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या, दिल्ली, कोच्ची, हैदराबाद, चेन्नई जैसे शहरों में की गई है। इसका 70 प्रतिशत काम हो चुका है। फिलहाल इसकी रिलीज तारीख की घोषणा नहीं हुई है।
22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा
22 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम तय है और इसके लिए मंगलवार से अनुष्ठान भी शुरू हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। अयोध्या विवाद देश के सबसे बड़े पुराने जमीन विवादों में शामिल था। इस लेकर 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया और 5 अगस्त, 2020 को यहां राम मंदिर की आधारशिला रखी गई थी। अगस्त, 2020 में प्रधानमंत्री ने निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था।