सुकेश के खिलाफ 200 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में गवाह बनेंगी नोरा फतेही- रिपोर्ट
200 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जैकलीन फर्नांडिस और नोरा फतेही से कई बार पूछताछ की है। हाल ही में इस केस के मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर के साथ जैकलीन का नाम जुड़ था। ऐसी भी खबरें आई थीं कि सुकेश ने जैकलीन और नोरा फतेही को महंगे गिफ्ट दिए हैं। अब सुनने में आ रहा है कि इस केस में नोरा ED की गवाह बन सकती हैं।
सुकेश ने नोरा को गिफ्ट की थी BMW कार
इंडिया टुडे की रिपोर्ट की मानें तो इस धोखाधड़ी मामले में नोरा ED की गवाह बनने वाली हैं। ED को शक था कि नोरा को ठग सुकेश ने कथित तौर पर BMW कार गिफ्ट की थी। हालांकि, बाद में अभिनेत्री ने खुद खुलासा किया था कि सुकेश ने उन्हें कार दी थी। उन्होंने यह भी बताया था कि उनकी पत्नी लीना मारिया पॉल ने भी उन्हें प्यार के प्रतीक के रूप में एक गुच्ची बैग और एक आईफोन दिया था।
हाल में नोरा ने दर्ज कराया था बयान
लेन-देन की खबरें आने के बाद नोरा ED की रडार पर आईं। हाल में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 के सेक्शन 50(2) और 50(3) के तहत नोरा का बयान दर्ज किया गया था। नोरा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया था। नोरा ने ED को बताया था कि उन्हें लीना मारिया ने एक कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। यह कार्यक्रम दिसंबर, 2020 में चेन्नई में हुआ था। इसी कार्यक्रम में उन्हें उपहार देने की बात कही गई थी।
गवाह के रूप में 45वें नंबर पर है नोरा का नाम
ED की चार्जशीट में 178 लोगों को गवाह बनाया गया है। इसमें 45वें नंबर पर गवाह के रूप में नोरा का नाम दर्ज है। जैकलीन के मेकअप आर्टिस्ट भी गवाह के रूप में शामिल हैं। उनका नाम 45वें नंबर पर है। न्यूज 18 की रिपोर्ट की मानें तो ED के अधिकारियों को जैकलीन पर संदेह है। इसलिए उन्हें अभी तक इस केस में गवाह नहीं बनाया गया है। ED के साथ कई एजेंसियां इस केस की जांच में जुटी हैं।
जैकलीन को हाल में विदेश जाने से रोका गया
हाल में जैकलीन को इस मामले में मुंबई एयरपोर्ट पर विदेश जाने से रोक दिया गया था। ED ने जैकलीन को लुकआउट सर्कुलर जारी किया था, जिसके बाद जैकलीन मुंबई छोड़कर कहीं नहीं जा सकती हैं। सर्कुलर के उल्लंघन के कारण एयरपोर्ट स्टाफ ने उन्हें रोका था। जब यह जानकारी ED के अधिकारियों को दी गई, तो एजेंसी ने जैकलीन को हिरासत में ले लिया था। हालांकि, पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था।
कौन है सुकेश चंद्रशेखर?
यह मामला कथित रूप से करोड़ों की जबरन वसूली के रैकेट से जुड़ा है। इस रैकेट का संचालन सुकेश करता था। वह निर्वाचन आयोग से जुड़े रिश्वत मामले में भी आरोपी है। कर्नाटक के बेंगलुरु से आने वाले सुकेश को अय्याश जिंदगी जीने के शौक ने शातिर ठग बना दिया। बेंगलुरु पुलिस ने जब सुकेश को पहली बार पकड़ा था, तब उसकी उम्र सिर्फ 17 साल थी। सुकेश के खिलाफ देशभर में 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।