वेब सीरीज 'स्कैम 2003' की स्क्रीनिंग पर नहीं लगेगी रोक, मुंबई कोर्ट ने खारिज की याचिका
फर्जी स्टांप पेपर घोटाले के दोषी दिवंगत अब्दुल करीम तेलगी पर आधारित वेब सीरीज 'स्कैम 2003' की स्क्रीनिंग पर अस्थायी रोक लगाने से अदालत ने इनकार कर दिया है। मुंबई की एक अदालत ने शुक्रवार को सीरीज की स्क्रीनिंग पर रोक लगाने वाली याचिका खारिज कर दी। इस वेब सीरीज के खिलाफ अब्दुल करीम तेलगी की बेटी सना इरफान ने मुंबई सिविल कोर्ट में याचिका दायर की गई थी।
मुंबई की अदालत ने खारिज की याचिका
अब स्टांप पेपर घोटाले के मुख्य आरोपी तेलगी के घोटाले पर बनी यह वेब सीरीज 25 दिसंबर को रिलीज होगी। इस वेब सीरीज का पूरा नाम 'स्कैम 2003: द क्यूरियस केस ऑफ अब्दुल करीम तेलगी' है। तेलगी की बेटी ने अप्लॉज एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हंसल मेहता, प्रसून गर्ग और सोनी लिव के खिलाफ याचिका दायर की गई थी। तेलगी की बेटी ने इस वेब सीरीज की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी।
वेब सीरीज पर नहीं लगेगी रोक
याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि इस प्रोजेक्ट के लिए मेकर्स ने परिवार से अनुमति नहीं ली थी। सना ने आरोप लगाया है कि यह सीरीज एक किताब पर आधारित है, जिसमें दी गई जानकारी गलत है। साथ ही सना ने दावा किया कि वेब सीरीज परिवार की निजता, गरिमा और स्वाभिमान के अधिकार का उल्लंघन है। अगर यह रिलीज होती है तो तेलगी के परिवार की इमेज खराब होगी।
2017 में तेलगी का हुआ निधन
जानकारी के लिए आपको बता दें कि तेलगी को साल 2004 के करोड़ों रुपये के फर्जी स्टांप पेपर घोटाले से जुड़े कई मामलों में दोषी ठहराया गया था। तेलगी को अदालत द्वारा 30 साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। अक्टूबर, 2017 में जेल की सजा काटते हुए बेंगलुरू में तेलगी का निधन हो गया था। 'स्कैम 2003' का बात करें तो इस वेब सीरीज का निर्देशन हंसल मेहता ने किया है।
अब्दुल करीम तेलगी के जीवन पर आधारित है सीरीज
यह सीरीज अब्दुल करीम तेलगी के जीवन पर आधारित है, जिसने साल 2003 में स्टांप पेपर घोटाला किया था। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस वेब सीरीज की कहानी 'रिपोर्टर की डायरी' किताब पर आधारित है। इस किताब को पत्रकार संजय सिंह ने लिखा है। इससे पहले हंसल मेहता ने प्रतीक गांधी को लेकर 'स्कैम 1992' वेब सीरीज बनाई थी, जिसे दर्शकों द्वारा काफी प्यार मिला था।