अभिनेत्री लिन लैशराम ने मणिपुर हिंसा पर बॉलीवुड सितारों को लताड़ा, बोलीं- कितने मतलबी हैं
जानी-मानी मणिपुरी मॉडल और अभिनेत्री लिन लैशराम एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। दरअसल, उन्होंने अब बॉलीवुड सितारों पर निशाना साधा है। वह इस बात से खासी नाराज हैं कि मणिपुर के बिगड़े हालात पर न तो बॉलीवुड सितारों ने एकजुटता दिखाई है और ना ही इस पर कोई कुछ बोल रहा है। मणिपुर हिंसा पर बॉलीवुड की चुप्पी लिन को खल रही है। उन्होंने हाल ही में इसे लेकर अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की।
बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है- लिन
हिन्दुस्तान टाइम्स से लिन ने कहा, "मैं राज्य से बाहर हूं और बहुत असहाय महसूस कर रही हूं। मैं बस वहां जल्द से जल्द शांति की प्रार्थना कर सकती हूं, इसके अलावा कुछ नहीं, लेकिन यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।" उन्होंने कहा, "जब हिंसा अपने चरम पर थी, मैंने अपनी मां से फोन पर बात की थी। उन्होंने मुझे बताया कि वह 4 दिनों से नहाई नहीं हैं, क्योंकि पानी की आपूर्ति बंद हो गई है।"
इंटरनेट सेवा भी हुई बाधित
लिन ने कहा, "मणिपुर में लोग भोजन, पेट्रोल और पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मैं हर दिन अपने भाई से बात करने की कोशिश करती हूं। मैं सुनिश्चित करती हूं कि मैं उन्हें फोन करूं, लेकिन इंटरनेट सेवा के अभाव में कई बार मैं उनसे नहीं जुड़ पाती।" उन्होंने कहा, "ऐसा भी होता है, जब मैं उन्हें फोन करती हू औ वे मेरा फोन नहीं उठाते। उस वक्त मेरी जान हथेली पर होती है।"
"गोलियों ने उड़ा दी मां की नींद"
लिन बोलीं, "मैंने कुछ दिन पहले अपनी मां को फोन किया था। वह पिछले हफ्ते पूरी रात सो नहीं पाईं क्योंकि उन्हें गोलियों की आवाजें सुनाई दे रही थीं। राज्य में घर जल रहे हैं और लोग सोच रहे हैं कि क्या यह उनकी आखिरी रात होगी।" उन्होंने कहा, "यह कतई आसान नहीं है। दिल दहला देने वाली बात यह है कि हिंसा सामान्य हो रही है। दुर्भाग्य से मैं चाहकर भी अपने परिवार को वापस नहीं ला सकती।"
बॉलीवुड की चुप्पी पर उठाए सवाल
लिन ने कहा, "भारत पर बॉलीवुड और क्रिकेट का शासन है। जब मीराबाई चानू या मैरी कॉम ने देश के लिए मेडल जीता तो लोग तालियां बजा रहे थे। अब कहां हैं ये लोग? जब हमारा साथ देने की बात आई तो किसी को कोई परवाह नहीं।" उन्होंने कहा, "दिल्ली या भारत से बाहर क्या हो रहा है, इस पर बात हो रही है, लेकिन उन्हें ये परवाह नहीं है कि हमारे देश के राज्य में क्या हो रहा है।"
मणिपुर के लिए आवाज क्यों नहीं उठा रहे बॉलीवुड सितारे?- लीन
लिन ने कहा, "किसी बड़े सेलेब्रिटी के एक पोस्ट से भी काफी समर्थन मिल सकता है, लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक कोई सामने नहीं आया है। हमारे सितारे कितने स्वार्थी हैं?" उन्होंने कहा, "वे इस बारे में बात करेंगे कि अमेरिका या यूक्रेन में क्या हो रहा है। नॉर्थ ईस्ट सुंदर है। वहां लोग स्पोर्ट्स में आगे हैं। हर कोई जश्न मनाने को तैयार है तो क्यों सब एकजुट होकर मणिपुर की आवाज नहीं बनते, जब हमें उनकी जरूरत है?"
बॉलीवुड की चुप्पी को बताया शर्मनाक
लिन बोलीं, "सभी हस्तियों से अपील है कि साथ न आना आपके लिए शर्म की बात है। अच्छे समय में साथ रहना, बुरे समय में नहीं, यह कैसी दोस्ती है? मणिपुर संकट पर सबने आंखें मूंद ली हैं। हमें और आवाजें चाहिए। इस हिंसा से किसी को फायदा नहीं हो रहा है।" बता दें कि लिन 'ओम शांति ओम', 'मैरी कॉम', 'रंगून' और 'उमरिका' जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। रणदीप हुड्डा के साथ उनका नाम जुड़ चुका है।
मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा?
मणिपुर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने की याचिका पर विचार करने को कहा था। राज्य का कुकी समुदाय इसका विरोध कर रहा है। इसके चलते कुकी समुदाय ने 3 मई को आदिवासी एकता मार्च का आयोजन किया। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो गई और जगह-जगह हिंसा शुरू हो गई। पिछले करीब 1 महीने से मणिपुर में जारी हिंसा में अब तक करीब 98 लोगों की मौत हुई है।