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    #NewsBytesExplainer: कब हुई ग्रैमी पुरस्कार की शुरुआत, भारत में किसे मिला था पहली बार यह सम्मान?
    जानिए ग्रैमी पुरस्कार का इतिहास

    #NewsBytesExplainer: कब हुई ग्रैमी पुरस्कार की शुरुआत, भारत में किसे मिला था पहली बार यह सम्मान?

    लेखन मेघा
    Nov 16, 2023
    09:45 am

    क्या है खबर?

    ग्रैमी पुरस्कार 2024 के नामांकन की घोषणा कुछ दिनों पहले हो चुकी है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिल्माया गया हिंदी गीत 'अबन्डेंस इन मिलेट्स' भी शामिल है।

    ग्रैमी पुरस्कार को संगीत की दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है, जिसे पाना इस क्षेत्र से जुड़ी हर हस्ती का सपना होता है।

    ऐसे में आइए जानते हैं कि ग्रैमी पुरस्कार का इतिहास क्या है और भारत के किस सितारे को पहली बार यह सम्मान प्राप्त हुआ था।

    शुरुआत

    1959 में हुई शुरुआत

    संगीत के दिग्गजों को उनके शानदार काम के लिए सम्मानित करने के लिए ग्रैमी पुरस्कार की शुरुआत 1959 में हुई थी।

    इसके बाद पहले पुरस्कार समारोह का आयोजन 1959 में ही 4 मई को किया गया, जिसमें 1958 में संगीत क्षेत्र में किए गए बेहतरीन काम के लिए दिग्गजों को सम्मान मिला।

    हर साल यह पुरस्कार अमेरिका की नेशनल एकेडमी ऑफ रिकॉर्डिंग आर्ट्स एंड साइंसेज (NARAS) की ओर से विजेताओं को दिया जाता है।

    विस्तार

    ऐसे बनती है ट्रॉफी 

    ग्रैमी की ट्रॉफी को जॉन बिलिंग्स ने हाथ से बनाया था, जिन्हें ग्रैमी मैन के नाम से भी जाना जाता है। जॉन की कोलोराडो स्थित कंपनी बिलिंग्स आर्टवर्क्स ही ग्रैमी की सभी श्रेणियों के लिए इस पुरस्कार को तैयार करती है।

    इसे बनाने के लिए ग्रैमियम नामक धातु का इस्तेमाल होता है, जिसमें जस्ता (जिंक) मिलता है और बाद में सोने का पानी चढ़ाया जाता है।

    इसका आकार ग्रामोफोन जैसा दिखता है इसलिए इसे ग्रामोफोन पुरस्कार भी कहते हैं।

    जानकारी

    इतनी है कीमत

    पुरस्कार समारोह में सितारों को 'स्टंट' ट्रॉफी दी जाती है। असली ट्रॉफी को बाद में विजेताओं के पास भेजा जाता है। हार्पर बाजार मैगजिन के अनुसार, इस ट्रॉफी की कीमत 30,000 डॉलर (लगभग 25 लाख रुपये) होती है, जिसमें हर साल फेरबदल होता है।

    प्रक्रिया

    क्या होती है प्रक्रिया?

    ग्रैमी जीतने की दौड़ में आने के लिए सबसे पहले किसी भी रिकॉर्डिंग या म्यूजिक वीडियो का आवेदन दिया जाता है, जिनकी फिर स्क्रीनिंग होती है।

    ऐसे में ये देखा जाता है कौन सा गाना ग्रैमी के लिए नामंकित हो सकता है और फिर उन्हें श्रेणियों के हिसाब से अलग-अलग किया जाता है।

    इसके बाद NARAS के सदस्य मतदान करके हर श्रेणी से 5 लोगों को नामांकित करते हैं, जिनमें से ज्यादा वोट पाने वाला विजेता बन जाता है।

    श्रेणी

    3 नई श्रेणियां हुईं शामिल

    पहली बार 1959 में 28 ग्रैमी पुरस्कार दिए गए थे। इसके बाद जैसे-जैसे संगीत की शैलियां बढ़ी तो पुरस्कारों की संख्या भी बढ़ती चली गई।

    2011 में NARAS ने कई श्रेणियों को घटाकर पुरस्कारों की संख्या 109 से 78 कर दी थी।

    अब ग्रैमी 2024 के लिए कुल 94 श्रेणियों में नामंकन का ऐलान हुआ है, जिसमें 3 नई श्रेणियों को जगह मिली है। इनमें 'बेस्ट पॉप डांस रिकॉर्डिंग', 'बेस्ट अफ्रीकन म्यूजिक परफॉर्मेंस' और 'बेस्ट अल्टरनेटिव जैज एल्बम' शामिल है।

    सम्मान

    पहली बार पंडित रवि शंकर ने जीता था ग्रैमी

    संगीत जगत के इस सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार को जीतने वाले पहले भारतीय सितार वादक पंडित रवि शंकर थे। उन्हें 1968 में एल्बम 'वेस्ट मीट ईस्ट' के लिए 'बेस्ट चैम्बर म्यूजिक परफॉर्मेंस' का ग्रैमी मिला था। उन्हें 5 बार इस पुरस्कार से नवाजा गया और 2012 में ग्रैमी की ओर से मरणोपरांत लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी मिला था।

    इनके अलावा एआर रहमान, जुबिन मेहता, नीला वासवानी, जाकिर हुसैन, गुलजार, फाल्गुनी शाह, तनवी शाह और रिकी केज गैमी अपने नाम कर चुके हैं।

    उपलब्धि

    इस गायिका के नाम सबसे ज्यादा पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड 

    अत तक के सबसे ज्यादा ग्रैमी पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड मशहूर अमेरिकी गायिका बेयॉन्से के नाम है। बेयॉन्से अभी तक 32 पुरस्कार जीतकर दुनिया में पहले स्थान पर हैं।

    इससे पहले यह खिताब सर जॉर्ज सोल्टी के नाम था, जिन्होंने 31 ग्रैमी पुरस्कार अपने नाम किए थे। सोल्टी को अपने करियर में 70 बार ग्रैमी के लिए नामांकन हासिल हुआ था।

    इसके अलावा 1984 में माइकल जैक्सन ने एक ही रात में 8 ग्रैमी पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया था।

    नामांकन

    अगले साल फरवरी में होगा ग्रैमी का आयोजन

    बाजरा पर बने गीत 'अबन्डेंस इन मिलेट्स' को ग्रैमी में 'बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉर्मेंस' का नामांकन मिला है। इस गाने को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष का जश्न मनाने के लिए बनाया गया था।

    इसे फालू शाह और गौरव शाह ने लिखा तो इसमें प्रधानमंत्री मोदी भी नजर आए हैं।

    दरअसल, गाने में प्रधानमंत्री के भाषण का इस्तेमाल किया गया है, जिसे उन्होंने ही लिखा था।

    अब 66वें ग्रैमी पुरस्कार समारोह का आयोजन अगले साल 5 फरवरी को लॉस एंजिल्स में होगा।

    जानकारी

    न्यूजबाइट्स प्लस

    संगीत जगत के 3 सबसे बड़े पुरस्कारों को 'बिग थ्री' भी कहा जाता है। ये दुनिया में आयोजित होने वाले 3 सबसे बड़े वार्षिक संगीत पुरस्कार समारोह हैं, जिसमें ग्रैमी के अलावा अमेरिकन म्यूजिक अवार्ड्स (AMAs) और बिलबोर्ड म्यूजिक अवार्ड्स शामिल हैं।

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