#NewsBytesExplainer: फिल्मों से कितनी अलग सीरियल की शूटिंग, एक एपिसोड में लगता है कितना समय?
क्या है खबर?
बड़े पर्दे पर सालभर में कई फिल्में रिलीज होती हैं तो छोटा पर्दा भी लोगों का भरपूर मनोरंजन करता है।
टीवी पर रोजाना कई सीरियल आते हैं, जिसमें अलग-अलग तरह का कंटेंट देखने को मिलता है।
हर दिन सीरियल का एक एपिसोड आता है और फिर खत्म हो जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस एक एपिसोड को बनाने में कितना समय और मेहनत लगती है।
आइए आज टीवी शो की शूटिंग के बारे में जानते हैं।
शूटिंग
ऐसे होती है शूटिंग
सीरियल में काम करने का तरीका फिल्म की शूटिंग से काफी अलग होता है।
फिल्म जहां 2-3 घंटे में खत्म हो जाती है तो सीरियल सालों तक चलते हैं, जिसके हर रोज नए एपिसोड आते हैं।
ऐसे में ज्यादातर सीरियल की शूटिंग एक ही जगह पर बने सेट पर होती है, जिसमें लाइटिंग का खास ख्याल रखा जाता है।
अब 'थ्री कैमरा' शूटिंग होने लगी है, जिससे एक दिन में एक एपिसोड तैयार करना आसान हो गया है।
विस्तार
क्या होती है थ्री कैमरा शूटिंग?
थ्री कैमरा शूटिंग में 3 कैमरों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक फोकल पॉइंट वाले 3 कैमरों को अलग-अलग ऐंगल पर लगाया जाता है या फिर सबका फोकल पॉइंट भी बदला जाता है।
इसका मतलब है कि इसमें क्लोज-अप, वाइड शॉट और यहां तक कि मूविंग शॉट शामिल होते हैं।
इससे एक सीन को अलग-अलग ऐंगल से एक बार में ही शूट कर लिया जाता है, जिससे किरदारों के साथ अलग से सीन शूट करने की जरूरत नहीं पड़ती।
शूटिंग
कुछ एपिसोड 3-4 दिन में होते हैं तैयार
सीरियल का एक एपिसोड जहां एक दिन में आसानी से बन जाता है तो एकता कपूर के 'नागिन' जैसे शो को शूट करने में 3-4 दिन लगते हैं।
'नागिन' और पौराणिक कथाओं पर बने सीरियल में VFX का इस्तेमाल होता है इसलिए इनके एक एपिसोड को शूट करने में समय लगता है।
यही वजह है कि ऐसे शो हफ्ते में 2 या 3 दिन आते हैं। इसके अलावा आउटडोर शूट होने वाले शो को लाने में भी समय लगता है।
तैयारी
बैकअप में रखे जाते हैं एपिसोड
कुछ साल पहले तक हफ्ते में 4 या 5 दिन एक सीरियल आता था, लेकिन अब ये 6-7 दिन आने लगे हैं।
ऐसा होने से सितारों और पूरी टीम का काम बढ़ गया है तो उनके बोझ को कम करने के लिए सहायक किरदारों की कहानी पर भी ध्यान दिया जाता है।
साथ ही टेलीकास्ट समय पर करने के लिए शूटिंग पूरे हफ्ते चलती है, लेकिन किसी दुर्घटना से बचने के लिए 2-3 एपिसोड को बैकअप में रखा जाता है।
डायलॉग
शूटिंग के समय ही मिलते हैं डायलॉग
फिल्म की स्क्रिप्ट और डायलॉग पर पहले ही काम हो जाता है तो सीरियल की शूटिंग शुरू होने से पहले ही सितारों को अपने डायलॉग मिलते हैं।
साथ ही कहानी की मांग और दर्शकों की ओर से मिल रही प्रतिक्रिया के हिसाब से स्क्रिप्ट में बदलाव भी होते रहते हैं।
टीवी की हर हफ्ते आने वाली TRP सूची के हिसाब से अगले हफ्ते की तैयारी होती है और इसलिए ही सीरियल की शूटिंग में फिल्मों से काफी अंतर होता है।
डबिंग
हर एपिसोड की होती है डबिंग
फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद सितारों के लिए डबिंग का एक शेड्यूल बनाया जाता है, लेकिन टीवी शो के लिए ऐसा नहीं होता।
यहां हर एपिसोड की शूटिंग के बाद ही सितारों को अपने सीन की डबिंग करनी होती है ताकि वह समय पर टेलीकास्ट हो सके।
टीवी पर आने वाले 'बिग बॉस' या अन्य रियलिटी शो में पूरे समय सितारों को माइक का इस्तेमाल करना होता है। ऐसा करने से उनकी आवाज दर्शकों तक साफ पहुंचती है।
कपड़े
कैसे मिलते हैं सितारों को कपड़े?
टीवी पर अक्सर 2 अलग-अलग शो की अभिनेत्रियां एक जैसे कपड़ों में नजर आती हैं या फिर उनमें थोड़ी बहुत हेरफेर कर उन्हें पहना दिया जाता है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सितारों को कपड़े प्रोडक्शन हाउस की तरफ से मिलते हैं और इन्हें शूटिंग से पहले ही सितारे के नाप का बनाया जाता है।
प्रोडक्शन हाउस सबसे ज्यादा खर्चा कपड़े और गहनों पर करता है इसलिए इनका इस्तेमाल दूसरे शो में भी किया जाता है।
फीस
90 दिन बाद मिलती है फीस
टीवी के सितारों को काम शुरू करने के 90 दिन बाद ही अपनी फीस मिलती है, चाहे वह 4 दिन का काम हो या फिर 1 महीने का।
कॉन्ट्रेक्ट के आधार भी सितारों की फीस तय होती है, जिसमें उन्हें 1 महीने में 25-26 दिन काम करना ही होता है।
इसके अलावा सितारों को दिन के हिसाब से वेतन मिलता है, जैसे कि अगर किसी ने महीने में 10 दिन काम किया तो उसे 10 दिन के ही पैसे मिलेंगे।