#NewsBytesExplainer: 'हंटरवाली' से बॉलीवुड में शुरू हुआ सीक्वल बनाने का दौर, जानिए इससे जुड़ी कुछ बातें
बॉलीवुड में इन दिनों फिल्मों के सीक्वल बनना आम बात हो गई है। एसएस राजामौली की 'बाहुबली' के बाद से तो यह ट्रेंड बढ़ता जा रहा है और अब फिल्म की रिलीज से पहले ही उसके सीक्वल की घोषणा हो जाती है। हालांकि, सीक्वल बनने का यह दौर जब सिनेमा को रंग नहीं मिले थे, तभी से शुरू हो गया था। आइए जानते हैं बॉलीवुड में सीक्वल बनने वाली पहली फिल्म कौन-सी थी और इसका सिलसिला कैसे आगे बढ़ा।
1943 में आया था 'हंटरवाली' का सीक्वल
1935 में फीयरलेस नाडिया की फिल्म 'हंटरवाली' से सीक्वल बनने का सिलसिला शुरू हुआ था। होमा वाडिया की इस फिल्म के बाद 1943 में इसकी अगली किस्त 'हंटरवाली की बेटी' रिलीज हुई, जिसमें नाडिया फिर मुख्य भूमिका में नजर आईं। 60 का दशक आते-आते सीक्वल बनने का दौर थम-सा गया, लेकिन फिर 1967 में आई 'ज्वेल थीफ' ने इसे फिर से जिंदा कर दिया। इसके बाद से 'डॉन', 'धूम', 'नागिन' जैसी कई फिल्मों के सीक्वल बनाए गए।
इन बातों को ध्यान में रखकर बनते हैं सीक्वल
किसी भी फिल्म का सीक्वल बनाने की सबसे बड़ी वजह होती है, उसकी पहली किस्त का लोगों को पसंद आना। अगर किसी फिल्म की कहानी बड़ी है, जिसे एक भाग में नहीं दिखाया जा सकता तो उसे सीक्वल के लिए चुना जाता है। कई बार फिल्म के जबरदस्त प्रदर्शन को देखते हुए बाद में भी सीक्वल बनाने पर विचार होता है। जिस फिल्म के सीक्वल आने की जानकारी पहले से होती है, उनमें अगली किस्त का हिंट दिया जाता है।
बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन भी होता है अहम
सीक्वल बनाने के लिए फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कैसा हो रहा है, यह बहुत मायने रखता है। अगर पहली ही किस्त बॉक्स ऑफिस पर ढेर हो गई तो अगली किस्त से निर्माताओं को उम्मीद नहीं रहती। ऐसे में सीक्वल बनाने के दौरान फिल्मों की कमाई और बजट को भी ध्यान में रखा जाता है। कई बार ऐसा भी हुआ है, जब पहली किस्त बॉक्स ऑफिस पर सफल रही और दूसरी औंधे मुंह गिर गई।
इन फिल्मों के सीक्वल ने किया निराश
2014 में सिद्धार्थ मल्होत्रा की 'एक विलेन' को दर्शकों ने बेशुमार प्यार दिया था तो अर्जुन कपूर की 'एक विलेन रिटर्न्स' फ्लॉप साबित हुई। 'बंटी और बबली 2', 'तुम बिन 2', 'सड़क 2' और 'फोर्स 2' सहित कई फिल्में इस सूची में शामिल हैं।
कहानी होनी चाहिए दमदार- शेट्टी
मशहूर निर्देशक रोहित शेट्टी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जिन फिल्मों का पहला भाग अच्छा प्रदर्शन करता है उनके ही सीक्वल बनाए जाते हैं। ऐसे में पक्का हो जाता है कि दर्शक अगली किस्त देखने सिनेमाघर जरूर आएंगे। उन्होंने कहा, "मैंने सिंघम, सिंबा और सूर्यवंशी बनाई, जिन्होंने शानदार कमाई की, लेकिन जब मैं सर्कस लेकर आया तो वो ढेर हो गई। अगर सीक्वल की कहानी दमदार है तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।"
अब आया ये बदलाव
आजकल फिल्म बनाने का विचार आने के साथ ही तय हो जाता है कि इसे कितने भागों में बनाना है। नितेश तिवारी की 'रामायण' को लेकर अभी से खबरें आ रही हैं कि यह 3 भागों में बनेगी तो अयान मुखर्जी ने भी पहले ही 'ब्रह्मास्त्र' को 3 भाग में लाने का ऐलान कर दिया था। यही नहीं अब फिल्मों के सीक्वल को अलग-अलग यूनिवर्स में शामिल कराया जा रहा है, जिससे सभी कहानियां आपस में जुड़ जाती हैं।
फायदे का सौदा साबित हो सकती हैं सीक्वल
अगर फिल्म निर्माता पहली किस्त से बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने में सफल रहते हैं तो दूसरी किस्त से उन्हें कमाई की उम्मीद ज्यादा रहती है। नई फिल्म के मुकाबले सीक्वल में थोड़ी यह राहत रहती है कि लोगों की प्रतिक्रिया के बारे में उन्हें पता रहता है। हालांकि, दर्शकों की उम्मीद पर खरा उतरना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन अगर वे दर्शकों को सिनेमाघरों तक लाने में सफल रहते हैं तो यह फायदा का सौदा साबित हो सकती हैं।
अधर में लटकी इन फिल्मों की अलगी किस्त
बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्मों का निर्माण हुआ है, जिनके आखिर में सीक्वल के लिए कुछ हिंट छोड़ा गया है। हालांकि, इन फिल्मों पर कभी विचार नहीं हुआ। इस सूची में 'पीके', 'जग्गा जासूस', 'आंखें' आदि फिल्में हैं। दूसरी ओर, कई ऐसी भी फिल्में हैं, जिन्हें दर्शकों ने इतना पसंद किया कि अभी भी उनके सीक्वल की मांग की जाती है। इनमें संजय दत्त और अरशद वारसी की 'मुन्नाभाई एमबीबीएस', सलमान की 'नो एंट्री' और 'धमाल' जैसी फिल्में शामिल हैं।
जल्द आएंगे इन फिल्मों के अगले भाग
बॉलीवुड की कई सफल फिल्मों के सीक्वल जल्द सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार हैं। इसमें सबसे पहले 11 अगस्त को अक्षय कुमार की 'ओह माय गॉड 2' और सनी देओल की 'गदर 2' रिलीज होने वाली है। इसके बाद दिवाली के मौके पर सलमान खान 'टाइगर 3' के साथ धमाका करेंगे। अगले साल 'भूल भुलैया 3', 'गोलमाल 5', 'हाउसफुल 5', 'सिंघम अगेन', 'फुकरे 3', 'पुष्पा 2', 'वॉर 2', 'स्त्री 2' सहित कई फिल्मों के सीक्वल कतार में हैं।