ऑस्कर 2025 में भारत का मान बढ़ाएगी पायल कपाड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट'
77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस बार भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' का जलवा देखने को मिला। भारतीय निर्देशक पायल कपाड़िया की इस फिल्म ने कान्स का दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार ग्रैंड प्रिक्स जूरी प्राइज अपने नाम किया और यह पुरस्कार जीतने वाली पायल भारत की पहली महिला निर्देशक बन गईं। अब वह और उनकी यह फिल्म एक बार फिर चर्चा में आ गई है। दरअसल, फिल्म ऑस्कर 2025 में फ्रांस का प्रनिधित्व करने वाली है।
इन फिल्मों के साथ हुआ चयन
फिल्म को फ्रांस द्वारा ऑस्कर 2025 में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है। 'एमिलिया पेरेज', 'मिसेरिकोर्डिया' और 'द काउंट ऑफ मोंट क्रिस्टो एंड अलेन' के साथ पायल की फिल्म को शॉर्टलिस्ट किया गया है। 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' को भारतीय और फ्रांसीसी प्रोडक्शन हाउस की मदद से बनाया गया है। निर्माताओं का कहना है कि एक क्षेत्रीय भाषा की फिल्म को विश्व स्तर पर दर्शकों के साथ इतनी गहराई से जुड़ते देखना अविश्वसनीय रहा है।
भारत का प्रतिनिधित्व भी कर सकती है फिल्म
निर्माता जिको मैत्रा ने कहा, "हमने भारत में भी ऑस्कर में चयन के लिए फिल्म भेज दी थी। यह भारत का भी प्रतिनिधित्व कर सकती है। सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह में भारत और फ्रांस दोनों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक क्षेत्रीय फिल्म को देखना बहुत बड़ी बात होगी, वहीं फिल्म के लिए ऑस्कर जीतना और भी अविश्वसनीय होगा। अकादमी पुरस्कारों में भारत का प्रतिनिधित्व करना हमारे लिए एक बड़ा सम्मान होगा। यह भारत के लिए बहुत खुशी की बात होगी।"
'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' की कहानी जानिए
'ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट' एक मलयालम फिल्म है। इसमें कनी कुश्रुति, दिव्या प्रभा, छाया कदम, ऋधु हरूण और अजीस नेदुमंगड़ जैसे कलाकारों ने काम किया है। ये 2 नर्सों (प्रभा और अनु) की कहानी है। दोनों अपनी दोस्तों के साथ एक ट्रिप पर जाती हैं, जहां वो खुद की पहचान तलाशती हैं। उन्हें आजादी के मायने समझ आते हैं। ये फिल्म इस समाज में महिला होने, एक महिला का जीवन और उनकी आजादी जैसे मसलों पर बात करती है।
फिल्म ने कान्स में रचा था इतिहास
'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' का प्रीमियर 23 मई को 2024 कान्स फिल्म फेस्टिवल में मुख्य प्रतियोगिता में किया गया था। तब इसे देख दर्शकों ने खड़े होकर 8 मिनट तक तालियां बजाई थीं। इस फिल्म फेस्टिवल में 30 साल बाद किसी भारतीय फिल्म का प्रीमियर किया गया। फिल्म ने पुरस्कार भी जीता था। फिल्म की निर्देशक पायल ने अपने करियर की शुरुआत शॉर्ट फिल्म से की थी। उन्होंने 2014 में पहली फिल्म 'वॉटरमेलन, फिश एंड हाफ घोस्ट' बनाई थी