पढ़ाई के लिए कौनसा समय है सही? जानिए क्या कहते हैं वैज्ञानिक
पढ़ाई करना एक छात्र के जीवन का अभिन्न अंग है। किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए उम्मीदवारों को लगातार पढ़ाई करने की आवश्यकता होती है। नियमित रूप से अध्ययन के लिए सर्वोत्तम समय निर्धारित करना भी बेहद महत्वपूर्ण है। कुछ छात्रों के लिए सुबह का समय पढ़ाई के लिए बेहतर होता है तो अन्य छात्र रात के समय ज्यादा केंद्रित रह पाते हैं। आइए जानते हैं परीक्षा तैयारी के दौरान छात्रों को किस समय पढ़ाई करना चाहिए।
क्या कहता है विज्ञान?
पढ़ाई के सही समय को लेकर कई वैज्ञानिक शोध हुए हैं। एक शोध के मुताबिक, सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे और शाम 4 बजे से रात 10 बजे के बीच व्यक्ति का दिमाग काफी ज्यादा सक्रिय होता है। ऐसे में ये समय पढ़ाई के लिए सबसे ज्यादा सही है। इस दौरान उम्मीदवार सक्रिय रूप से अध्ययन कर सकते हैं और कठिन से कठिन चीजों को आसानी से सीख सकते हैं।
सुबह के समय पढ़ाई
अधिकांश लोग छात्रों को सुबह के समय पढ़ाई करने की सलाह देते हैं। सुबह के समय दिमाग काफी सक्रिय होता है। इस दौरान प्राकृतिक ठंडक और रोशनी के कारण पढ़ाई में मन लगता है। इसके अलावा सुबह वातावरण शांत होता है और पढ़ाई के लिए भी ज्यादा समय मिलता है। सुबह छात्र मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दे सकते हैं। हालांकि, जिन छात्रों को सुबह उठने में परेशानी होती है, उनके लिए रात का वक्त सही रहता है।
दोपहर के समय पढ़ाई
दोपहर में पढ़ाई का समय ठीक नहीं माना जाता। अधिकांश छात्र इस दौरान काफी ज्यादा आलस महसूस करते हैं। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण ये है कि दोपहर 1-2 बजे के आसपास लोग खाना खाते हैं, इसकी वजह से उन्हें नींद आने लगती है। अगर आप दोपहर में पढ़ाई करना चाहते हैं तो ग्रुप स्टडी सबसे फायदेमंद रहेगी। दोस्तों के साथ पढ़ाई करने से सुस्ती कम होगी और आप शैक्षणिक समस्याओं का हल जान सकेंगे।
रात के समय पढ़ाई
रात का समय पढ़ाई के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इस दौरान वातावरण शांत होता है और सोशल मीडिया पर भी लोग कम सक्रिय होते हैं। इससे आप विकर्षणों से दूर रहकर पढ़ाई कर सकते हैं। रात को पढ़ने के बाद सोने से दिमाग को सूचनाओं को व्यवस्थित करने का समय मिलता है और याददाश्त में सुधार होता है। हालांकि, पर्याप्त नींद न लेने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
आपके लिए क्या सही है?
पढ़ाई के लिए सही समय का चुनाव 2 चीजों पर निर्भर करता है। पहला आपके दिन का पैटर्न क्या है। इसका मतलब ये है कि आपके पास स्कूल/कॉलेज/नौकरी के साथ पढ़ाई के लिए कब और कितना समय है। दूसरा कारक है छात्र की शारीरिक घड़ी, इसका मतलब है कि आप दिन के किस समय सबसे ज्यादा सक्रिय और ऊर्जावान महसूस करते हैं। इन दोनों कारकों को समझ कर छात्र पढ़ाई के लिए सही समय का पता लगा सकते हैं।