IIT-H के बाद अब B.Tech (AI) पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए GHRCE को भी मिली मान्यता
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते चलन ने इसे अध्ययन के क्षेत्र में पेश करने के लिए दुनिया भर में कई संस्थानों को मजबूर किया है। भारत में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद (IIT-H) पहली ऐसी संस्थान है, जो इस पर आगामी शैक्षणिक वर्ष से एक पूर्ण B.Tech कार्यक्रम शुरू करने वाला था। अब जीएच रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (GHRCE), नागपुर को AI पर B.Tech कोर्स शुरू करने के लिए AICTE की मंजूरी मिल गई है। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
IIT हैदराबाद ने जनवरी में की थी AI कोर्स शुरू करने की घोषणा
जनवरी, 2019 में IIT हैदराबाद ने घोषणा की कि वह आगामी सत्र से भारत का पहला B.Tech (AI) कार्यक्रम शुरू करेगा। जबकि संस्थान संयुक्त प्रवेश परीक्षा एडवांस के माध्यम से केवल 20 छात्रों को लेगा। वहीं AICET द्वारा मिली अनुमती के अनुसार GHRCE में स्नातक कार्यक्रम के लिए 60 छात्रों को लिया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल संस्थान ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में उत्कृष्टता केंद्र भी शुरू किया था।
क्या कहा GHRCE की डायरेक्टर प्रीति बजाज ने
GHRCE की निदेशक प्रीति बजाज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे भारतीय कंपनियां AI का उपयोग करने पर बड़ा निवेश कर रही हैं और इस प्रकार भारत में AI प्रोफेशनलों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि AI प्रोफेशनलों को अन्य स्किल क्षेत्रों की तुलना में इस क्षेत्र में नौकरी बदलने पर औसतन 60-80% ज्यादा सैलरी वाली नौकरी मिलती है। वहीं दूसरी नौकरियों में स्विच करने पर 20-30% की बढ़ोत्तरी मिलती है।
NAAC द्वारा मिली A+ ग्रेड के साथ मान्यता
इस बीच GHRCE को भारतीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के बीच NIRF (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग 2019 द्वारा 111वें स्थान पर रखा गया है इसे NAAC द्वारा A+ ग्रेड के साथ मान्यता दी गई है। रिपोर्टों के अनुसार, GHRCE पिछले 3 वर्षों में शीर्ष पांच पेटेंट फाइलरों में रहा है। इसके अलावा इस साल की शुरुआत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग NSTEDB ने GHRCE को नवाचार और उद्यमिता विकास केंद्र अनुदान दिया है।
NIDHI-TBI की स्थापना के लिए भी मिली मंजूरी
इसके साथ ही GHRCE को हाल ही में भारत सरकार के विकास बोर्ड और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग से NIDHI-Technology Business Incubator (NIDHI-TBI) की स्थापना के लिए स्वीकृति मिल गई है। GHRCE NIDHI-TBI की स्थापना करने वाला पूर्वी महाराष्ट्र का पहला संस्थान बनेगा।
अगले सत्र से स्कूली पाठ्यक्रम में भी होगा AI
अगर हम स्कूली शिक्षा की बात करें, तो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने भी AI शिक्षा की बढ़ती मांग और इसके भू-समरिक (Geo-Strategic) महत्व को समझा है। CBSE बोर्ड आगामी शैक्षणिक वर्ष के लिए पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में AI की शुरुआत करने जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि AI को 8वीं, 9वीं और 10वीं के छात्रों के लिए वैकल्पिक कौशल विषय के रूप में पेश किया जाएगा।