हेल्थ मैनेजमेंट में MBA है बेहतर करियर विकल्प, मिलेंगे नौकरी के ढेरों अवसर
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के बाद हेल्थ मैनेजमेंट के क्षेत्र में काफी उछाल आया है, जिस कारण इसमें काम करने वाले लोगों की मांग भी बढ़ी है।
इस क्षेत्र में काम करने के लिए आपके पास मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) इन हेल्थ मैनेजमेंट की डिग्री होनी चाहिए जिसके बाद आप हेल्थकेयर इंश्योरेंस, हेल्थकेयर IT या हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन में अपना भविष्य संवार सकते हैं।
अगर आप इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक हैं तो नीचे बताई गई बातों को पढ़ें।
विशेषता
इस कोर्स की विशेषता क्या है?
MBA इन हेल्थ मैनेजमेंट कोर्स दो साल का होता है जिसमें छात्र को हेल्थकेयर और हॉस्पिटल मैनेजमेंट एडमिनिस्ट्रेशन की बारीकियों के बारे में पढ़ाने के साथ-साथ हेल्थकेयर क्षेत्र में ट्रेनिंग करने का भी मौका मिलता है।
इस कोर्स का मुख्य मकसद उम्मीदवार को इस क्षेत्र में विशेषज्ञता देना है।
MBA इन हेल्थ मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के बाद छात्र को लगभग 5 लाख से 20 लाख तक की सालाना आय की नौकरियों के विकल्प मिलते हैं।
विकल्प
MBA इन हेल्थ मैनेजमेंट करना बढ़िया विकल्प क्यों है?
आने वाले समय में MBA इन हेल्थ मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने वाले पेशेवरों की मांग और तेजी से बढ़ेगी क्योंकि यह बहुत बड़ा क्षेत्र है और इसके उद्योग के आगे बढ़ने की संभावना बहुत अधिक है।
ऐसा नहीं है कि इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की मांग सिर्फ भारत या कुछ ही देशों में है, बल्कि अमेरिका, इंग्लैंड जैसे विकसित देशों में भी हेल्थ मैनेजमेंट के पेशेवरों की मांग बढ़ी है।
पढ़ाई
इन संस्थानों से कर सकते हैं MBA इन हेल्थ मैनेजमेंट की पढ़ाई
केजे सोमैया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, महाराष्ट्र
चितकारा विश्वविद्यालय, पंजाब
आचार्य बैंगलोर बी-स्कूल, कर्नाटक
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज, हरियाणा
AIIMS संस्थान, नई दिल्ली
प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, मध्य प्रदेश
MP बिरला प्रबंधन संस्थान, मध्य प्रदेश
एमिटी ग्लोबल बिजनेस स्कूल, नोएडा
यूनिवर्सल बिजनेस स्कूल (UBS), नई दिल्ली
भारतीय प्रबंधन संस्थान, मध्य प्रदेश
NSHM नॉलेज, पश्चिम बंगाल
गुरू नानक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पश्चिम बंगाल
पद
किन-किन पदों पर मिल सकती है नौकरी?
यह कोर्स करने के बाद आप हॉस्पिटल CEO या CFO के पद पर काम कर सकते हैं।
हॉस्पिटल CEO की जिम्मेदारी संस्थान के प्रभावी कामकाज और देखरेख की होती है, वहीं CFO के तौर पर हॉस्पिटल के फाइनेंस का ध्यान रखना पड़ता है यानी कितने स्टॉफ पर कितना खर्चा हो, कितनी मशीनें होनी चाहिए, कैसी स्वास्थ्य सुविधाएं चाहिए आदि।
इसके अलावा एडमिनिस्ट्रेटर, हेल्थ डॉयरेक्टर, हेल्थकेयर फाइनेंस मैनेजर और चीफ नर्सिंग अधिकारी के पद पर भी काम कर सकते हैं।
नौकरियां
इन कंपनियों में मिलेंगी नौकरियां
MBA इन हेल्थ मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के बाद आपको फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड, अपोलो अस्पताल, केपीएमजी, AIIMS, गोवा प्रबंधन संस्थान, इंफोसिस, वॉकहार्ट, मैक्स, टाटा, डंकन, विप्रो, ICICI बैंक, मेदांता, मैक्स हेल्थकेयर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), भारत सरकार, IMS स्वास्थ्य, ऐम्जेन, ओमेगा हेल्थकेयर प्रबंधन, हेल्थ ट्रेल पोर्टल, स्टार स्वास्थ्य, फाइजर, सीमेंस, सिप्ला, ग्लेनमार्क आदि में नौकरी मिल सकती है।
आपको विभिन्न विश्वविद्यालयों और रिसर्च संस्थानों, नर्सिंग केंद्र या गैर सरकारी संगठन (NGO) में भी नौकरी के ढेरों विकल्प मिलेंगे।