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काम के साथ-साथ ऑनलाइन क्लासेज के जरिये छात्रों की मदद कर रहे ये लोग

काम के साथ-साथ ऑनलाइन क्लासेज के जरिये छात्रों की मदद कर रहे ये लोग

May 13, 2020
03:52 pm

क्या है खबर?

इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी के संकट से गुजर रही है। भारत में अभी तक 2,415 लोग कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। लोगों को इससे बचाने के लिए देश में मार्च से लॉकडाउन चल रहा और अभी इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा। जहां एक तरफ सभी डॉक्टर रात-दिन लोगों का जान बचाने में लगे हैं। वहीं कुछ लोग छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में मदद कर रहे हैं। आइए जानें।

मदद

HR मैनेजर से लेकर उद्यमी तक कर रहे छात्रों की मदद

मध्य मार्च से स्कूल बंद होने के कारण छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाया जा रहा है। सभी शिक्षक छात्रों की ऑनलाइन क्लासेज लगा रहे हैं। इसके साथ ही दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार कई ऐसे लोग भी हैं जो निडरता से इस संकट का सामना कर रहे हैं और अपनी नौकरी के साथ-साथ ही छात्रों को भी पढ़ा रहे हैं। ऐसे लोगों में HR मैनेजर से लेकर ट्रैवलर और उद्यमी तक शामिल हैं।

#1

ये उद्यमी बच्चों को सिखा रहीं आर्ट-क्राफ्ट

ट्रैवलर और उद्यमी सुकन्या नंगकुमार अपने घर से कई स्पेशल बच्चों को विभिन्न प्रकार के आर्ट-क्राफ्ट और गतिविधियां कराती हैं। उनके अनुसार इससे पहले उनका ज्यादातर समय देश-दुनिया घूमने में निकलता था, लेकिन अब वे उत्तराखंड में अपने घर वालों के साथ समय बिता रही हैं और बच्चों को कई गतिविधियों में शामिल कर रही हैं। इतना ही नहीं सर्टिफाइड स्पेशल एजुकेटर रह चुकीं सुकन्या बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग भी कर रही हैं।

#2

HR मैनेजर ऐसे पढ़ाते हैं छात्रों को

एक प्राइवेट अस्पताल में HR मैनेजर के पद पर काम करने वाले अंकित भाटिया ने अपने खाली समय में बच्चों को कुछ सिखाने का फैसला किया। अंकित का कहना है कि उन्हें शुरू से गणित में काफी रुचि थी और वे घर पर अपने भाईयों को पढ़ाते थे। लॉकडाउन में उन्होंने सोचा कि क्यों न अपने ज्ञान का उपयोग करके बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेज शुरू की जाएं। छात्र अंकित के फेसबुक अकाउंट पर जाकर अपने प्रश्न पूछ सकते हैं।

#3

बच्चों के लिए चला रहीं ऑनलाइन कोडिंग क्लास

इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी में इंजीनियरिंग कर चुके शीतल गांधी लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन कोडिंग क्लासेज चला रहे हैं। शीतल का कहना है कि ट्रायल के तौर पर उन्होंने ऑनलाइन क्लासेज लगाईं थी, जिसका अब अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। बता दें कि साढ़े चार साल से लेकर 14 साल तक की उम्र वाले बच्चे इन क्लासेज का लाभ उठा रहे हैं, जिसमें से ज्यादातर छात्र बेसिक लेवल से एडवांस लेवल तक पहुंच गए हैं।

#4

यूट्यूब चैनल पर वीडियो के जरिए कर रहे छात्रों की मदद

स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में लेक्चरर के तौर पर काम करने वाले अशोक कुमार ने इंटर्नल सिक्योरिटी, सिविल सेवा परीक्षा, एथिक्स, इंटिग्रिटी ऐंड एटिट्यूड आदि पर कई किताबें लिखी हैं। उनका कहना है कि इस समय परीक्षा की तैयारी करने में छात्रों की मदद करनी चाहिए, इसलिए वे आने वाले दिनों में अपने यूट्यूब चैनल पर ज्यादा से ज्यादा वीडियो शेयर करेंगे। जिससे छात्रों को घर बैठे-बैठे परीक्षा की तैयारी करने में मदद मिल सके।