मध्य प्रदेश कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कल से शुरू, जूते-मौजों के साथ नहीं मिलेगा प्रवेश
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कल (11 अगस्त) से शुरू हो रही है। परीक्षा 12 सितंबर तक चलेगी।
परीक्षा आयोजन के लिए प्रदेशभर में अलग-अलग केंद्र बनाए गए हैं। इस पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के जरिए 7,411 पदों पर भर्ती होनी है।
इस भर्ती परीक्षा में लगभग 8.70 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। परीक्षा कंप्यूटर आधारित मोड में होगी।
ऐसे में उम्मीदवारों के लिए विशेष दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
वस्तुएं
जूते-मौजे और बेल्ट के साथ नहीं मिलेगा प्रवेश
परीक्षा में नकल रोकने के लिए अभ्यर्थियों की 4 स्तर पर मॉनिटरिंग की जाएगी। परीक्षार्थियों को जूते, मौजे और बेल्ट पहनकर परीक्षा केंद्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अगर कोई परीक्षार्थी इन्हें पहनकर आता है तो सभी वस्तुओं को परीक्षा केंद्र के बाहर ही उतरवा लिया जाएगा।
ऐसे में उम्मीदवार चप्पल या सैंडल पहनकर ही परीक्षा देने जाएं। इसके अलावा महिला अभ्यर्थी बालों में क्लिप या क्लेचर लगाकर न जाएं।
परीक्षा
परीक्षा शुरू होने के 1 घंटे पहले बंद हो जाएगी प्रवेश प्रक्रिया
अभ्यर्थियों को परीक्षा के समय से 2 घंटे पहले ही केंद्र पहुंचना होगा।
परीक्षा शुरू होने से 1 घंटे पहले ही प्रवेश द्वार बंद कर दिए जाएगा। अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में केवल पारदर्शी पेन ले जा सकेंगे।
पर्स, टोपी, कैलकुलेटर, पेंसिल, रबर और व्हाइटनर ले जाने की अनुमति नहीं है।
उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में एडमिट कार्ड के साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र लेकर जाना होगा।
पहचान पत्र में आधार कार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी या पासपोर्ट ले जा सकते हैं।
रिसर्च
पहली बार तैनात होगी रिसर्च टीम
परीक्षा 14 दिन तक 3 पालियों में होगी और बाकी दिनों में 2 पालियों में होगी।
प्रत्येक पाली में करीब 1,300 परीक्षार्थी बैठेंगे। कई विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए दूसरे शहरों में भी जाएंगे।
ऐसे में एक रिसर्च टीम बनाई गई है जो सभी शहरों की होटल, लॉज और धर्मशाला जैसे जगहों पर चेकिंग करेगी, जहां परीक्षार्थी आकर रुकेंगे।
ये पहली बार है जब उड़नदस्ता दल के अलावा एक रिसर्च टीम भी बनाई गई है।
आधिकारिक
बायोमेट्रिक पद्धति से होगा सत्यापन
उम्मीदवारों का सत्यापन बायोमेट्रिक पद्धति से होगा। इसके बाद ही उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षा केंद्रों में जांच टीम की विशेष निगरानी रहेगी।
परीक्षा खत्म होने के बाद उम्मीदवारों द्वारा अर्जित किए गए अंक कंप्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित होंगे।
परीक्षा अलग-अलग पालियों में आयोजित हो रही है। ऐसे में परिणाम तैयार करने में नॉर्मलाइजेशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इससे उम्मीदवारों के अंकों में परिवर्तन आ सकता है।