IAS अधिकारी को कितना और कैसे मिलता है वेतन, यहां से जानें
यह किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है कि IAS अधिकारी बनने के लिए समर्पण और कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है। IAS अधिकारी बनने के लिए सिविल सेवा परीक्षा पास करना होता है, जो आसान नहीं है। मेहनत करने के बाद जब आप IAS अधिकारी बन जाते हैं, तो आपको शक्ति, सम्मान के साथ-साथ कई भत्ते और आकर्षक वेतन मिलता है। आइए जानते हैं IAS अधिकारी को मिलने वाले वेतन और अन्य भत्तों के बारे में।
आपको बता दें कि जब से 7वां वेतन आयोग कार्यान्वयन में है, उसके बाद से प्रवेश स्तर के IAS अधिकारी का मूल वेतन Rs. 56,100 प्रति माह हो गया है। विशेष रूप से इस आधार वेतन में वे विभिन्न भत्ते शामिल नहीं हैं जो एक IAS अधिकारी को मिलते हैं। IAS अधिकारी को विभिन्न भत्ते जैसे महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA) और यात्रा भत्ता (TA) अलग से प्रदान किए जाता है।
जैसा कि हमने आपको बताया है कि आधार वेतन के अलावा एक IAS अधिकारी शहर के वर्ग के आधार पर HRA का भी हकदार होता है जो आधार वेतन का 8-24% होता है। इसके अलावा, IAS अधिकारी को महंगाई भत्ता (DA), मुद्रास्फीति सूचकांक (CPI) के आधार पर प्रदान किया जाता है और साथ में यात्रा भत्ता (TA), अधिकारी की यात्रा में लगी लागत को पूरा करने के लिए प्रदान किया जाता है।
आयोग ने एक नया वेतन मैट्रिक्स सिस्टम पेश किया है, जिसके तहत वेतन को दो पैमानों पर निर्धारित किया जाता है। होरिजेंटल स्केल (Horizontal scale) पर 18 स्तर होते हैं। आपको बता दें कि इन 18 स्तरों में से प्रत्येक के लिए वर्टिकल बार (Vertical bar) वार्षिक वेतन वृद्धि पर विचार करके वेतन स्तर निर्धारित करता है। विशेष रूप से IAS अधिकारियों को आमतौर पर हर 4-5 साल में पदोन्नत किया जाता है।
IAS अधिकारियों के आधार वेतन में Rs. 1,000 से Rs. 5,000 तक की वार्षिक वेतन वृद्धि होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार के कैबिनेट सचिव का उच्चतम आधार वेतन Rs. 2 लाख 50 हज़ार है।