अगर फाइनेंस में बनाना है अच्छा करियर, तो जानें CA के बाद CFA करने के फायदे
चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) और चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट प्रोग्राम (CFA) सबसे अधिक मांग वाले करियर विकल्पों में से हैं। CA भारत में अधिक मांग वाला कोर्स है। वहीं CFA एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रोफेशनल योग्यता है। CA के बाद CFA करने से उम्मीदवारों को काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा CA+CFA फाइनेंस के क्षेत्र में सबसे अधिक मांग वाला कॉम्बिनेशन है। इसके लेख से पढ़ें CA के बाद CFA करने के फायदे।
क्या है CA और CFA कार्यक्रम?
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) CA कोर्स कराता है। वहीं CFA कार्यक्रम US में स्थित CFA संस्थान द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। दोनों प्रोफेशनल योग्यता कार्यक्रम में तीन स्तर शामिल होते हैं। बता दें कि CA पाठ्यक्रम अकाउंटिंग, टैक्सेशन, कानून, और ऑडित परीक्षा से संबंधित है। वहीं CFA कार्यक्रम फाइनेंस, निवेश, वेल्थ मैनेजमेंट, शेयर बाजार, पोर्टफोलियो एनालिस्ट आदि पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है।
इससे फाइनेंस में खुलेंगे नए रास्ते
CFA कार्यक्रम उन CA के लिए बिल्कुल सही है, जो फाइनेंस में करियर बनाने में रुचि रखते हैं। विशेष रूप से जो ग्लोबली स्तर पर फाइनेंस में करियर बनाना चाहते हैं। CFA सर्टिफिकेट प्राप्त करने से CA उम्मीदवारों के लिए नए रास्ते खुलेंगे और उन्हें फाइनेंस के क्षेत्र में विभिन्न चीजों के बारे में ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिसमें निवेश बैंकिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, वेल्थ मैनेजमेंट और योजना, कॉर्पोरेट फाइनेंस, क्रेडिट रिसर्च आदि शामिल हैं।
CA के लिए आसान हो सकता है CFA के पहले स्तर की परीक्षा पास करना
CA के बाद CFA करने का एक और लाभ यह है कि CFA कार्यक्रम के स्तर-I को पास करना उन उम्मीदवारों के लिए मुश्किल नहीं होगा, जो पहले से CA हैं। CA सिलेबस का अधिकांश भाग CFA की स्तर-I परीक्षा के साथ ओवरलैप होता है।
CA+CFA करने वालों की अधिक होती है मांग
आजकल फाइनेंशियल एनालिस्ट प्रोफेशनल्स की मांग अधिक होने के कारण कई चार्टर्ड एकाउंटेंट CFA कार्यक्रम का चयन कर रहे हैं। CA+CFA करने वालों के पास नौकरी के बेहतर मौके होंगे, क्योंकि अधिकांश फर्म फाइनेंशियल क्षेत्र में अच्छा ज्ञान रखने वाले विशेषज्ञों को नियुक्त करना चाहते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसे फाइनेंशियल प्रोफेशनल्स के लिए स्किल का सबसे अच्छा कॉम्बिनेशन माना जाता है।
इसे करके बनाएं अच्छा प्रोफाइल
CA और CFA का कॉम्बिनेशन उम्मीदवारों को फाइनेंस में अच्छा ज्ञान प्राप्त करने के साथ-साथ ग्लोबली मान्यता प्राप्त करने में मदद करता है। इन दोनों कार्यक्रमों को करने के बाद उम्मीदवार न केवल फाइनेंस की अच्छी समझ हासिल करेंगे बल्कि ज्ञान के साथ अच्छी एनालिटिकल स्किल भी डेवलप करेंगे। इसके साथ ही ये योग्यताएं प्राप्त करके उम्मीदवार अपनी प्रोफ़ाइल को और भी अधिक बना सकता है।
इसे करने के बाद ले सकते हैं अच्छी सैलरी
CFA कार्यक्रम पूरा करने के बाद उम्मीदवार बेहतर सैलरी भी प्राप्त कर सकते हैं। एक फ्रेशर CA को औसत वेतन छह लाख प्रति साल मिल सकता है। दूसरी ओर CFA स्तर-I सर्टिफिकेशन पूरा करने के बाद व्यक्ति को औसत वेतन 4.5-5.5 लाख रुपये प्रति साल मिल सकता है। वहीं CFA कार्यक्रम के सभी तीन स्तरों को पूरा करने के बाद कोई 6-15 लाख रुपये तक कमा सकता है।