क्या है GATE और UGC-NET? यहां से प्राप्त करें पूरी जानकारी
ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) और UGC नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) भारत में सबसे लोकप्रिय परीक्षाओं में से दो हैं। GATE और UGC-NET दोनों राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं हैं, जो विशिष्ट कार्यक्रमों के लिए उम्मीदवारों के प्रवेश के लिए आयोजित की जाती हैं। जबकि ये विभिन्न उद्देश्यों के लिए आयोजित की जाती हैं, फिर भी दोनों के बीच कई समानताएं हैं। हमने आपको इस लेख में GATE और UGC-NET के बारे में सारी जानकारी दी है।
क्या होता है GATE?
GATE का आयोजन बैंगलोर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) और संयुक्त रूप से सात पुराने IIT द्वारा किया होता है। यह इंजीनियरों में स्नातक करने वालों को IITs और NITs सहित प्रमुख शैक्षिक संस्थानों में इंजीनियरिंग/टेक्नॉलॉजी (ME, M.Tech, PhD) में पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाने के लिए आयोजित किया जाता है। विदेशी विश्वविद्यालयों सहित कई अन्य शीर्ष विश्वविद्यालय/कॉलेज GATE स्कोर के आधार पर प्रवेश देते हैं। PSU भर्ती के लिए भी GATE स्कोर का भी उपयोग होता है।
पोस्ट ग्रेजुएशन छात्रों के लिए होता है UGC-NET
UGC-NET एक अखिल भारतीय परीक्षा है, जो भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर या जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन किए हुए उम्मीदवारों की योग्यता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाती है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की ओर से परीक्षा आयोजित करती है। इसके अलावा UGC-NET साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित किया जाता है।
क्या होनी चाहिए पात्रता?
GATE 20 से अधिक इंजीनियरिंग विषयों के लिए आयोजित किया जाता है, जबकि UGC-NET 80 से अधिक विषयों के लिए आयोजित किया जाता है। इंजीनियरिंग में स्नातक करने वाले छात्र GATE के लिए उपस्थित हो सकते हैं। मास्टर डिग्री में कम से कम 55% नंबर प्राप्त करने वाले UGC-NET के लिए पात्र हैं। UGC-NET में JRF के लिए आयु सीमा 30 वर्ष है। वहीं सहायक प्रोफेसर के लिए आवेदन करने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है।
GATE या UGC-NET पास करने वालों के पास क्या विकल्प होते हैं?
GATE के माध्यम से इंजीनियरिंग में स्नातक करने वाले को टॉप भारतीय शैक्षणिक संस्थानों और चार विदेशी विश्वविद्यालयों में पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों और PHD कार्यक्रमों में प्रवेश दिया जाता है। अच्छे GATE स्कोर वाले उम्मीदवार CSIR प्रयोगशालाओं में JRF के लिए पात्र माना जाता हैं। वहीं उम्मीदवार UGC-NET करने वाले को रिसर्च कार्यक्रमों के लिए पात्र माना जाता है। यानी भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में JRF और लेक्चरर के लिए पात्र होते हैं।
मिलता है कितना स्टाइपेंड
GATE पास करने वाले छात्रों को M.Tech (दो वर्ष) 12,400 रुपये का स्टाइपेंड दिया जाता है। GATE के माध्यम से PhD करने वाले छात्रों को पहले दो साल 25,000 रुपये और फिर 28,000 रुपये स्टाइपेंड दिया जाता है। इसके साथ ही UGC-NET के तहत JRF उम्मीदवारों को पहले दा साल हर माह 25,000 रुपये स्टाइपेंड और बाकी बचे सालों के लिए 28,000 रुपये स्टाइपेंड दिया जाता है।।
होती है कितने साल की वैधता
पोस्ट ग्रेजुएशन कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए उम्मीदवार का GATE स्कोर तीन साल तक के लिए मान्य होता है, लेकिन PSU भर्ती के लिए हाल ही के GATE स्कोर पर विचार करते हैं। JRF के UGC-NET प्रमाण पत्र भी तीन साल के लिए मान्य होता है। हालाँकि सर्टिफिकेट फॉर लेक्चरशिप या असिस्टेंट प्रोफेसर की वैधता की कोई भी सीमा नहीं है। यह जीवन भर के लिए मान्य है।