IIT मद्रास ने शुरू किए 7 निशुल्क कोर्स, JEE स्कोर के बिना मिलेगा प्रवेश
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास ने आज (20 दिसंबर) 7 नए ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। ये सभी कार्यक्रम (कोर्स) खेल विज्ञान से संबंधित होंगे। खास बात है कि ये सभी पाठ्यक्रम पूरी तरह निशुल्क है। इसका मतलब है कि उम्मीदवार बिना किसी शुल्क का भुगतान किए ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। ये सभी पाठ्यक्रम IIT मद्रास के खेल विज्ञान और विश्लेषिकी उत्कृष्टता केंद्र की ओर से शुरू किए हैं।
कब से शुरू होंगी कक्षाएं?
इन सातों पाठ्यक्रमों के पहले बैच की कक्षाएं 19 फरवरी, 20234 से शुरू की जाएंगी। इनमें उम्मीदवारों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जाएगी। समय-समय पर लाइव सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्र अपनी परेशानियों का समाधान जान सकेंगे। इन पाठ्यक्रमों में अनुभवी शिक्षकों के द्वारा पढ़ाया जाएगा। ये कार्यक्रम भारतीय और दक्षिण एशियाई शारीरिक संरचना और सांस्कृतिक पहलुओं के आधार पर बनाए गए हैं। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से इन कार्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कौन कर सकता है पंजीकरण?
इन पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं पास उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। इसका मतलब है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE मेन) पास किए बिना भी उम्मीदवार IIT मद्रास से पढ़ाई कर सकते हैं। आवेदन के लिए न्यूनतम और अधिकतम आयु की जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि इससे पहले भी IIT मद्रास ने खेल प्रेमियों के लिए एक नया पाठ्यक्रम शुरू किया था। इसका नाम हाउजैट क्रिकस्टैट्स (Howzzat Cricstats) है।
किसके लिए उपयोगी हैं ये पाठ्यक्रम?
IIT मद्रास के मुताबिक, ये पाठ्यक्रम सभी युवाओं के लिए उपयोगी हैं। फिटनेस, खेल, पोषण और मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) जैसे विषयों में रुचि रखने वाले व्यक्ति इनमें दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा खेल विज्ञान, फिजियोथेरेपी, शारीरिक शिक्षा और अन्य संबंधित क्षेत्रों में स्नातक और स्नातकोत्तर कर रहे छात्रों के लिए भी ये कार्यक्रम प्रासंगिक साबित होंगे। पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद उम्मीदवार संबंधित क्षेत्र में डिप्लोमा भी हासिल कर सकते हैं।
क्या है उद्देश्य?
इन व्यापक ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य सिद्धांत और व्यावहारिक अनुप्रयोगों के बीच अंतर को दूर करना है। संस्थान के मुताबिक, ये ऑनलाइन पाठ्यक्रम एक गेम चेंजर साबित होंगे। ये भारत केंद्रित खेल आवश्यकताओं को संबोधित करेंगे और एक सर्वांगीण दृष्टिकोण को बढ़ावा देंगे। भारत में प्रतिस्पर्धी खेलों के तेजी से विस्तार के साथ खेल क्षेत्रों में कुशल कर्मियों की मांग बढ़ी है। ऐसे में ये ऑनलाइन कार्यक्रम खेल विज्ञान के क्षेत्र में विकास के लिए उपयोगी साबित होंगे।