UPSC: सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए चिकित्सा विज्ञान विषय की तैयारी कैसे करें?
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा के साथ-साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी करते रहना चाहिए।
मुख्य परीक्षा के लिए छात्र चिकित्सा विज्ञान को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुन सकते हैं क्योंकि यह एक स्कोरिंग विषय है और इससे पास होने वाले छात्रों की संख्या अधिक है।
अगर आप इस विषय को लेकर तैयारी करना चाहते हैं तो हम आपको इससे जुड़ी जरूरी बाते बताएंगे।
सिलेबस
चिकित्सा विज्ञान का सिलेबस क्या है?
UPSC की मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के लिए दो पेपर आयोजित किए जाते हैं।
इसमें पहले पेपर में चिकित्सा विज्ञान के अंतर्गत मानव शरीर, मानव शरीर क्रिया विज्ञान, जैव रसायन, विकृति विज्ञान, सूक्ष्म जैविकी, भेषजगुण विज्ञान, न्याय संबंधी औषध और विषविज्ञान से जुड़े टॉपिक से प्रश्न पूछे जाएंगे।
दूसरे पेपर में सामान्य कार्यचिकित्सा, बालरोग विज्ञान, त्वचा विज्ञान, सामान्य शल्य चिकित्सा, प्रसूति विज्ञान एवं परिवार नियोजन समेत स्त्री रोग विज्ञान और समुदाय कायचिकित्सा से जुड़े टॉपिक से प्रश्न पूछे जाएंगे।
किताब
चिकित्सा विज्ञान की तैयारी के लिए मुख्य किताबें कौनसी हैं?
ह्यूमन एनाटॉमी: बीडी चौरसिया
मानव शरीर क्रिया विज्ञान: गणोंग
जैव रसायन: यू सत्यनारायण पुस्तक द्वारा
पैथोलॉजी: रॉबिन्स और कोट्रान
पैथोलॉजी की पाठ्यपुस्तक: हर्ष मोहन
मेडिकल फार्माकोलॉजी की अनिवार्यता: के डी त्रिपाठी
मेडिसिन: अंडरग्रेजुएट्स के लिए प्रेप मैनुअल: जॉर्ज मैथ्यूज
आपातकालीन चिकित्सा: एस एन चुघ
मणिपाल मैनुअल ऑफ सर्जरी: के. राजगोपाल शेनॉय
क्लिनिकल सर्जरी: एस दास
बाल रोग: ओपी घई, पॉल और बग्गा द्वारा आवश्यक बाल रोग
बाल रोग के व्यावहारिक पहलू: डॉ. मयूर के छेदा
चयन
UPSC में चिकित्सा विज्ञान विषया का चयन किन्हें करना चाहिए?
ऐसे उम्मीदवार जिन्हें चिकित्सा विज्ञान में रुचि है वे इस विषय का चयन कर सकते है, ताकि वे आसानी से परीक्षा की तैयारी कर सकें।
जिन उम्मीदवारों ने अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री में चिकित्सा विज्ञान का अध्ययन किया है या जो डॉक्टर, बायोमेडिकल इंजीनियर, नर्स या फार्मासिस्ट के रूप में काम करते हैं, वे इस विकल्प को UPSC की मुख्य परीक्षा में चुन सकते हैं।
फायदा
UPSC में चिकित्सा विज्ञान लेने के फायदे क्या हैं?
अगर आप चिकित्सा विज्ञान के छात्र हैं तो आपको इसके लिए बिल्कुल शुरू से तैयारी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस विषय से UPSC परीक्षा में जो प्रश्न पूछे जाते हैं वे ज्यादातर वैचारिक और प्रत्यक्ष होते हैं।
अगर आप सही रणनीति का पालन करते हैं और ईमानदारी से तैयारी करते हैं, तो आप इस वैकल्पिक विषय में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
यह वैकल्पिक विषय BDS या BAMS की पढ़ाई कर चुके छात्र भी ले सकते हैं।
नुकसान
चिकित्सा विज्ञान विषय लेने के नुकसान क्या हैं?
अगर आप सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए चिकित्सा विज्ञान विषय की तैयारी कर रहे हैं तो आपको इसके सिलेबस के अच्छी तरह से देख लेना चाहिए। क्योंकि इस विषय का सिलेबस काफी बड़ा है।
इसलिए अगर आपको इसमें दिलचस्पी है तभी इस विषय की तैयारी करें वरना इस विषय का सिलेबस समाप्त करना मुश्किल होगा।
सामान्य अध्ययन के पेपरों के साथ चिकित्सा विज्ञान विषय का कोई महत्वपूर्ण ओवरलैप नहीं है।
जानकारी
मुख्य परीक्षा में इन वैकल्पिक विषयों का भी कर सकते हैं चयन
अगर आपको मैनेजमेंट का सिलेबस देखने के बाद इस विषय में बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं है तो आप एग्रीकल्चर साइंस, भूगोल या लॉ विषय को भी वैकल्पिक विषय के तौर पर चुन सकते हैं।