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    UPSC मुख्य परीक्षा में साहित्य को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनना कितना सही है?

    UPSC मुख्य परीक्षा में साहित्य को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनना कितना सही है?
    लेखन तौसीफ
    Oct 21, 2022, 07:59 am 1 मिनट में पढ़ें
    UPSC मुख्य परीक्षा में साहित्य को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनना कितना सही है?
    UPSC मुख्य परीक्षा में साहित्य विषयों को चुनने को लेकर उम्मीदवारों में हमेशा संशय बना रहता है

    लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा के साथ-साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी करते रहना चाहिए। मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के तौर पर साहित्य विषयों को चुनना सही रहेगा या नहीं, इसको लेकर उम्मीदवारों के मन में हमेशा संशय बनी रहती है। अगर आप भी मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो हम आपको साहित्य विषयों को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनने के फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे।

    वैकल्पिक विषय में भाषाओं के विकल्प कितने हैं?

    UPSC मुख्य परीक्षा में अगर आप साहित्य को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनने का विचार कर रहे हैं तो आपको सबसे पहले यह जान लेना चाहिए कि आयोग द्वारा कितनी भाषाओं को चुनने की अनुमति है, जो इस प्रकार हैं :- असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिन्दी, कन्नडा, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तामिल, तेलुगू, उर्दू, अंग्रेजी।

    साहित्य को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनने के फायदे क्या हैं?

    मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के तौर पर साहित्य को चुनने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको इसमें बाकी विषयों के मुकाबले प्रतिस्पर्धा कम मिलेगी। अगर आपको अपनी भाषा से प्यार है और इसमें अच्छा ज्ञान है तो आप इसमें बिना चिंता के अच्छा कर सकते हैं। जिस विषय को आप बचपन से पढ़ते आ रहे हैं, उसके बारे में जब आपको लिखने का मौका मिलेगा तो आप अच्छा ही करेंगे।

    साहित्य को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनने के नुकसान क्या हैं?

    चूंकि मुख्य परीक्षा में लेखन बहुत महत्वपूर्ण है और इसमें वैकल्पिक प्रकार के प्रश्न नहीं पूछे जाते हैं, इसलिए इसमें मार्किंग का सिस्टम अलग है। अगर आपके विचार आपकी कॉपी जांचने वाले व्यक्ति से मेल नहीं खाते हैं तो आपको हो सकता है कि कम अंक मिलें। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए साहित्य में अंग्रेजी और हिन्दी जैसी भाषाओं के लिए पाठ्य-पुस्तकें मिलने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन अन्य विषयों में इनके नोट्स मिलना मुश्किल होता है।

    साहित्य के लिए तैयारी कैसे करें?

    सबसे पहले तो आपने जिस भाषा का चयन किया है उसका सिलेबस देखना चाहिए। इसके बाद पिछले सालों के प्रश्न पत्र देखें ताकि आपको परीक्षा पैटर्न के बारे में समझ आ जाए। अब आप अपना टाइम टेबल बनाकर तैयारी में जुट जाएं। इस दौरान आपको ध्यान रखना चाहिए कि मुख्य परीक्षा में उत्तर लेखन की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए मॉक टेस्ट हर दिन देते रहें ताकि आपको यह पता चल सके की आपकी तैयारी में कम कहां है।

    हमेशा स्कोरिंग विषय का करें चुनाव

    UPSC मुख्य परीक्षा की तैयारी के दौरान वैकल्पिक विषय का चुनाव करते समय उम्मीदवार को यह ध्यान रखना चाहिए कि वह विषय स्कोरिंग हो यानी उसमें अच्छे अंक आ सकें। कुछ वैकल्पिक विषय स्कोरिंग विषय के नाम पर उम्मीदवारों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। लोक प्रशासन, भूगोल, इतिहास, समाजशास्त्र और मनोविज्ञान जैसे वैकल्पिक विषय छात्रों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि ये विषय अच्छा स्कोर प्राप्त करने में आपकी सहायता करते हैं।

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