12वीं के बाद सिविल इंजीनियरिंग में ऐसे बनाएं अपना करियर
12वीं करने के बाद ज्यादातर छात्र एक ऐसा करियर विकल्प चुनना चाहते हैं, जिसमें वे एक अच्छा भविष्य बना सकें। फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित से 12वीं करने वाले छात्रों के बीच इंजीनियरिंग काफी लोकप्रिय विकल्प है। इंजीनियरिंग करने वाले ज्यादातर छात्र कंप्यूटर साइंस ब्रांच का चयन करते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई ब्रांच हैं जिनको चुनकर आप एक अच्छा भविष्य बना सकते हैं। आज हम आपको इस लेख में 12वीं के बाद सिविल इंजीनियर कैसे बने, ये बताएंगे।
क्या करते हैं सिविल इंजीनियर?
सिविल इंजीनियर का काम बिल्डिंग, पुल, घर, ऑफिस की बिल्डिंग आदि को डिजाइन करना और उनका निर्माण करना होता है। सिविल इंजीनियर आम तौर पर विभिन्न स्थानों पर काम करते हैं। वे कई बार ऑफिस में बैठकर काम करते हैं और कई बार उन्हें बाहर साइट्स पर जाकर काम करना होता है। ये सबसे पुरानी इंजीनियरिंग ब्रांचों में से एक है। सिविल इंजीनियरिंग एक सम्मानित, क्रिएटिव और मजेदार प्रोफेशन है।
12वीं के बाद करें ये डिग्री
फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित से 12वीं पास करने वाले सिविल इंजीनियरिंग कर सकते हैं। वे सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नॉलॉजी (B.Tech) कर सकते हैं। इसके लिए वे ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा आप सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा भी कर सकते हैं। B.Tech करने के बाद आप GATE या अन्य किसी माध्यम से सिविल इंजीनियरिंग में M.Tech की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
क्या है इसका स्कोप?
प्राइवेट और पब्लिक, दोनों क्षेत्रों में सिविल इंजीनियरिंग में अच्छा स्कोप है। आज दुनिया तेजी से बढ़ रही है, जिस कारण इंफ्राटक्चर की आवश्यकता भी बढ़ रही है। इसलिए विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे सिविल इंजीनियरों की भारी मांग है। सिविल इंजीनियरों के लिए सरकारी क्षेत्र में कई अवसर होते हैं। आप प्रोजेक्ट मैनेजर, सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर, साइट इंजीनियर, सिविल इंजीनियर, सहायक सिविल इंजीनियर, योजना और डिजाइन अधिकारी, बिल्डिंग कंट्रोल सर्वेयर, परामर्श सिविल इंजीनियर आदि पद पर काम कर सकते हैं।
ये हैं कुछ टॉप कॉलेज
किसी भी क्षेत्र में एक अच्छा करियर बनाने के लिए आपको एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश लेना चाहिए। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान आपको काफी कुछ सीखने को मिलता है। सिविल इंजीनियरिंग करने के लिए इंडियन इंस्टिट्यूट्स ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) तिरुचिरापल्ली, बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS) पिलानी, वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान (VIT), इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT) हैदराबाद, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी चंडीगढ़ आदि कॉलेज शामिल हैं।