किसान के बेटे ने UPSC में हासिल की 20वीं रैंक, नौकरी करते हुए की थी तैयारी
खुद पर भरोसा करते हुए चुनौतियों का डटकर सामना करने का हुनर इंसान को सफल बनाता है। ये बात उत्तर प्रदेश के रहने वाले शिवम द्विवेदी ने साबित कर दिखाई है। संघर्षों का सामना कर आज वो सफलता के शिखर पर पहुंच गए हैं। शिवम ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा में 20वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने नौकरी के साथ तैयारी करते हुए ये सफलता हासिल की है। आइए उनकी प्रेरणादायक कहानी जानते हैं।
पिता करते हैं खेती-किसानी
शिवम उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की अतर्रा तहसील के एक छोटे से गांव महूटा के रहने वाले हैं। उनके पिता प्रमोद द्विवेदी खेती करते हैं, मां गृहणी हैं और बड़े भाई इंजीनियर हैं। शिवम की इस उपलब्धि पर उनके परिवार में जश्न का माहौल है। उनके पिता ने बताया, "शिवम बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार था और हर कक्षा में अव्वल आता था। आज उसने पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिया है।"
शिवम ने गांव के सरकारी स्कूल से की थी शुरुआती पढ़ाई
शिवम ने अपने गांव के सरकारी स्कूल से प्राथमिक शिक्षा हासिल की थी। 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए वो अतर्रा चले गए थे। उन्होंने दोनों ही कक्षाओं में शीर्ष अंक हासिल किए थे। 12वीं के साथ ही उन्होंने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) की तैयारी शुरू कर दी थी और अपने पहले ही प्रयास में इसमें सफलता हासिल कर ली। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) अगरतला में दाखिला लिया और बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (BTech) की डिग्री हासिल की।
शिवम ने नौकरी के साथ की UPSC की तैयारी
NIT अगरतला से इंजीनियरिंग करने के बाद शिवम ने साल 2020 में बिजली विभाग की भर्ती परीक्षा पास कर ली थी। उनका चयन कानपुर पनकी पावर प्लांट में SDO के पद पर हुआ, लेकिन वो इससे संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने नौकरी के साथ ही इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। परीक्षा नजदीक आने पर नौकरी से छुट्टी लेकर पढ़ाई की। वो लगातार मेहनत करते रहे और परीक्षा में 20वीं रैंक हासिल की।
प्रतिदिन इतने घंटे पढ़ाई करते थे शिवम
नौकरी के साथ भी शिवम 8 घंटे पढ़ाई करने की कोशिश करते थे। वे प्रतिदिन का चार्ट बनाते थे, उसमें पढ़ाई के लक्ष्य लिखते थे और उन्हें पूरा करने का प्रयास करते थे। उन्होंने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और परिवार को दिया है। शिवम ने तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि लगातार मेहनत करें, पढ़ाई में निरंतरता बढ़ाएं, पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझें और हमेशा अच्छा करने का प्रयास करें।