कोचिंग क्लास और ऑनलाइन क्लास में ज्यादा उपयोगी क्या है?
आज के समय में सभी अच्छा करियर बनाना चाहते हैं। विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होना होता है। प्रवेश परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए उम्मीदवार को अच्छी और सही तैयारी करनी होती है। जिसके लिए कई उम्मीदवार ऑनलाइन की मदद लेते हैं तो वहीं कई उम्मीदवारों ऑनलाइन यानी कोचिंग क्लास की मदद लेते हैं। आज के इस लेख में हम आपको दोनों में क्या अंतर होता है, ये बताएंगे।
किसमें होता है ज्यादा आराम?
अगर हम ऑफलाइन क्लास की बात करें तो उसमें आपको ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी नहीं होती। ऑफलाइन में आपको कोचिंग के बैच के समय के अनुसार क्लास लेनी होती है। वहीं ऑनलाइन क्लास में ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। ऑनलाइन के माध्यम से आप अपने समय के अनुसार क्लास ले सकते हैं। कई छात्र स्कूल के साथ-साथ क्लास लेते हैं। ऐसे छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास ज्यादा सही होती हैं। वे स्कूल से आकर ऑनलाइन अपने समय के अनुसार पढ़ सकते हैं।
ऑफलाइन क्लास में शिक्षकों से होती है ज्यादा बातचीत
ऑनलाइन क्लासेस में छात्रों को शिक्षकों से बातचीत करना का मौका कम मिलता है। वहीं कोचिंग क्लास में छात्र शिक्षक से डाउट क्लीयर कर सकते हैं। उनकी प्रत्येक क्लास शिक्षकों द्वारा ली जाती है। कुछ छात्र ऐसे होते हैं, जिनको शिक्षकों द्वारा समझाने पर अधिक समझ में आता है। ऐसे छात्रों के लिए कोचिंग क्लास ज्यादा उपयोगी है। ऑनलाइन क्लास में शिक्षकों का छात्रों इंटरेक्शन कम होता है तो कुछ छात्रों को ऑनलाइन क्लास में कम समझ में आता है।
ऑनलाइन क्लास में होता है कम खर्च
ऑफलाइन क्लास में खर्चा अधिक होता है। कोचिंग क्लास की फीस भी अधिक होता है। इसके साथ ही आपको कोचिंग क्लास तक जाने-आने में भी पैसे खर्च करने होते हैं। अगर आप कम खर्च में कोचिंग करना चाहते हैं तो आपके लिए ऑनलाइन क्लास बहुत सही विकल्प है। ऑनलाइन क्साल में आपको कहीं जाना आना नहीं होता है और कई ऑनलाइन क्लास फ्री भी होती हैं। इसलिए ऑनलाइन क्लास में कम खर्च होता है।
इस कोचिंग में होती है समय की बचत
जैसे ऑनलाइन क्लास में पैसे की बचत होती है बैसे ही ऑनलाइन क्लास में समय की भी बचत होती है। आपको क्लास लेने के लिए कहीं जाना नहीं होता है, जिस कारण आपका समय बचता है। वहीं ऑफलाइन क्लास में जाने-आने में समय जाता है।
ऑफलाइन पढ़ाई में बनता है एक सही शेड़यूल
ऑफलआइन क्लास में उम्मीदवार एक सही शेड्यूल बनाकर पढ़ पाता है। ऑफलाइन क्लास में आप पढ़ाई को कम टाल पाते हैं। जिससे कि आपका सिलेबस समय पर पूरा होता है और आपको रिवीजन के लिए पूरा समय मिलता है। वहीं ऑनलाइन क्लास में आपको फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है जिस कारण आप पढ़ाई को टाल देते हैं और आपका एक सही शेड्यूल नहीं बन पाता है। इस कारण आपका सिलेबस भी समय पर पूरा नहीं हो पाता है।