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ये CA वंचित छात्रों को फ्री में प्रदान करते है शिक्षा, बनाते हैं उनका करियर

ये CA वंचित छात्रों को फ्री में प्रदान करते है शिक्षा, बनाते हैं उनका करियर

Jul 05, 2019
10:56 am

क्या है खबर?

सूरत के CA रवि छावछरिया CA के छात्रों के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। एक प्रसिद्ध शिक्षक और लेखक CA रवि छावछरिया पिछले तीन वर्षों से वंचित छात्रों के लिए एक बहुत ही विशेष और व्यापक शिक्षा कार्यक्रम 'CA Stars' चलाते हैं। 'CA Stars' के कई छात्रों ने CA परीक्षा में सफलता प्राप्त करके अपना करियर बनाया है। इन छात्रों के करियर बनाने में सबसे बड़ा योगदान रवि का है।

जानकारी

2016 में शुरु हुआ था प्रोग्राम

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कि ये CA स्टार्स प्रोग्राम पिछले कई साल से चल रहा है। CA की कोचिंग चला रहे CA रवि छावछरिया ने घोड़दौड़ रोड पर साल 2016 में CA स्टार्स प्रोग्राम की शुरुआत की थी।

सुविधाएं

फ्री शिक्षा के साथ देते हैं अन्य सुविधाएं

CA रवि छावछरिया चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने की चाह रखने वाले उज्ज्वल और प्रतिभाशाली वंचित छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का उद्देश्य रखते हैं। CA रवि हर साल 40 से 45 छात्रों के CA बनने के सपने को पूरा करने के लिए उनका चयन करते हैं। वह सभी चयनित छात्रों को फ्री आवास और भोजन के साथ-साथ चार साल के लिए सभी शिक्षण मेथोडोलॉजी और तकनीकों के माध्यम से CA परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए तैयार करते हैं।

डोनेशन

नहीं लेते कोई डोनेशन

उल्लेखनीय है कि CA रवि छछारिया के 90 प्रतिशत छात्र CA परीक्षा के तीनों स्तरों को सफलतापूर्वक पास करते हैं। CA स्टार्स भारत में अपने तरह के कार्यक्रमों में से एक है, जहां एक CA वंतिच छात्रों को बिना किसी फीस के योग्य प्रोफेशनल बनने के लिए तैयार करता है। इस कार्यक्रम का सारा खर्च CA रवि उठाते हैं और वह इस नेक काम के लिए किसी से कोई चंदा (डोनेशन) या पैसे नहीं लेते हैं।

छात्र

फुटपाथ विक्रेता, छोटे किसान और कुछ बच्चे हैं अनाथ

उनके CA स्टार्स के अधिकांश छात्र ऐसे हैं, जो घर के पढ़ाई करने वाले पहले व्यक्ति हैं और उनके माता-पिता कम वेतन वाले श्रमिक, फुटपाथ विक्रेता, छोटे किसान या रिक्शा चालक हैं। वहीं कुछ अनाथ भी हैं। इस तरह की मजबूत पहल कई छात्रों के जीवन को बदल रही है और निश्चित रूप से सभी के लिए प्रेरणा भी है। इसके अलावा इनमें से अधिकांश छात्र गैर-अंग्रेजी माध्यम के हैं, जो गांवों और छोटे शहरों के सरकारी स्कूलों से हैं।