
शेयर बाजार में 4 दिनों से जारी बड़ी गिरावट की क्या है वजह?
क्या है खबर?
भारतीय शेयर बाजार में आज (29 जुलाई) लगातार चौथे दिन गिरावट का सिलसिला जारी है। सुबह बाजार खुलने के कुछ ही देर बाद सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा गिरकर 80,575.45 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी भी फिसलकर 24,598.60 तक आ गया। अब तक के 4 कारोबारी दिनों में सेंसेक्स 2,100 अंक लुढ़क चुका है। इस गिरावट के चलते BSE-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 13 लाख करोड़ रुपये से अधिक घट गया है।
वजह
व्यापार समझौते पर अनिश्चितता
भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौता तय समय पर होता नहीं दिख रहा है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। अमेरिका, भारत से कृषि, डेयरी और GM उत्पादों पर रियायतें चाहता है, जबकि भारत अपने किसानों के हितों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है। जापान और यूरोपीय संघ (EU) के साथ अमेरिकी समझौतों के बाद भारत पर दबाव और बढ़ गया है। 1 अगस्त की डेडलाइन नजदीक है, लेकिन अभी तक कोई ठोस प्रगति नहीं दिख रही है।
बिकवाली
FPI बिकवाली और कमजोर नतीजे
बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की भारी बिकवाली है। जुलाई में अब तक वे 36,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेच चुके हैं। इसके साथ ही, कंपनियों की पहली तिमाही के नतीजे भी उम्मीद से कमजोर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन नतीजों से यह चिंता बढ़ गई है कि मौजूदा शेयर मूल्यांकन टिकाऊ नहीं है, जिससे आगे और गिरावट की आशंका बनी हुई है।
अन्य
संकेतों की कमी और तकनीकी कमजोरी
घरेलू बाजार में कोई बड़ा सकारात्मक संकेत नहीं है, जिससे निवेशकों में सतर्कता देखी जा रही है। निफ्टी 24,700 के नीचे आ चुका है, और विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक यह 25,000 के ऊपर नहीं जाता, बाजार दबाव में रहेगा। तकनीकी स्तर पर, 24,200 से नीचे गिरावट और तेज हो सकती है। ADB और इंडिया रेटिंग्स ने भी भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान घटाया है, जिससे चिंता और बढ़ गई है।