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खुदरा महंगाई दर जुलाई में घटकर 1.55 प्रतिशत पर, 8 साल के निचले स्तर पर पहुंची
खुदरा महंगाई दर जुलाई में घटकर 1.55 प्रतिशत पर पहुंची (पिक्साबे)

खुदरा महंगाई दर जुलाई में घटकर 1.55 प्रतिशत पर, 8 साल के निचले स्तर पर पहुंची

लेखन गजेंद्र
Aug 12, 2025
04:44 pm

क्या है खबर?

खाद्य सामग्री और सब्जियों के दामों में राहत मिलने के खुदरा महंगाई दर जुलाई में घटकर 8 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। यह 1.55 प्रतिशत दर्ज की गई है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जून में खुदरा महंगाई 2.1 प्रतिशत थी। यह पिछले कई महीनों से लगातार घट रही है। जनवरी 2019 के बाद जून में पहली बार खुदरा मुद्रास्फीति 2 प्रतिशत के आसपास पहुंची थी। अब इससे नीचे 1.55 प्रतिशत पर है।

महंगाई दर

जनवरी से लगातार 4 प्रतिशत से नीचे बनी है दर

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से लगातार खुदरा महंगाई दर गिरावट पर है, जो पिछले 6 महीने से 4 प्रतिशत से कम पर बनी हुई है। जनवरी में यह 4.31 प्रतिशत, फरवरी में 3.6 प्रतिशत, मार्च में 3.34 प्रतिशत, अप्रैल में 3.16 प्रतिशत, मई में 2.82 प्रतिशत और जून में 2.1 प्रतिशत दर्ज की गई थी। बता दें, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल की नीतिगत बैठक में मुद्रस्फीति अनुमान 3.7 प्रतिशत से घटाकर 3.1 प्रतिशत किया था।

कमी

किस क्षेत्र में कितनी महंगाई हुई कम?

मुद्रास्फीति में यह गिरावट जनवरी 2019 के बाद से सबसे कम है। इस दौरान ग्रामीण मुद्रास्फीति जुलाई में 1.18 प्रतिशत और शहरी 2.05 प्रतिशत हो गई है। गांव में जून में दर 1.72 और शहर में 2.56 प्रतिशत थी। अन्य क्षेत्रों में देखें तो आवास मुद्रास्फीति 3.17 प्रतिशत पर स्थिर रही, शिक्षा मुद्रास्फीति घटकर 4.00 प्रतिशत हो गई। स्वास्थ्य मुद्रास्फीति थोड़ी बढ़कर 4.57, परिवहन और संचार मुद्रास्फीति घटकर 2.12, ईंधन और प्रकाश मुद्रास्फीति मामूली बढ़कर 2.67 प्रतिशत हो गई है।

कटौती

रेपो रेट में हो सकती है कटौती

पिछले दिनों RBI ने अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया था। हालांकि, मुद्रास्फीति 2 प्रतिशत से नीचे पहुंचने पर अगली बैठक में इसमें परिवर्तन की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि मुद्रास्फीति लगातार 3 महीने से 4 प्रतिशत के नीचे है, जिससे RBI अक्टूबर को समीक्षा में 25 आधार अंक की कटौती का मौका मिल सकता है। अगस्त की बैठक में रेपो रेट 5.5 प्रतिशत पर बरकरार था।