LOADING...
RBI ने रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत अंक की कटौती की, लोन होंगे सस्ते
RBI ने रेपो रेट में कटौती की है

RBI ने रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत अंक की कटौती की, लोन होंगे सस्ते

लेखन आबिद खान
Dec 05, 2025
10:58 am

क्या है खबर?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत अंक की कमी की है। अब रेपो रेट घटकर 5.25 प्रतिशत हो गई है। इससे आने वाले दिनों में आपके लोन सस्ते हो जाएंगे और मौजूदा लोन पर किश्तों की कीमत भी कम हो जाएगी। इस कटौती का फैसला मॉनीटरी पॉलिसी समिति की 3 से 5 दिसंबर तक चली बैठक में लिया गया है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने इसकी जानकारी दी।

बयान

RBI गवर्नर ने बताई कटौती की वजह

RBI गवर्नर मल्होत्रा ​​ने कहा, "समिति ने एकमत से रेपो रेट को तुरंत प्रभाव से 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 5.25 प्रतिशत कर दिया है। बदलते भूराजनीतिक और व्यापार माहौल का आउटलुक पर असर पड़ रहा है, जबकि अर्थव्यवस्था में हेडलाइन इन्फ्लेशन लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है। उभरते मार्केट में दबाव कंट्रोल में है, जिससे एडजस्ट करने वाली मॉनेटरी पॉलिसी के लिए जगह बन रही है।" RBI गवर्नर ने मौजूदा आर्थिक हालत को 'रेयर गोल्डीलॉक्स पीरियड' कहा।

GDP

RBI ने GDP वृद्धि दर का अनुमान भी बढ़ाया

RBI ने वित्त वर्ष 2026 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दर का अनुमान भी 6.3 प्रतिशत से संशोधित कर 7.3 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने 1 लाख करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद और 3 वर्षीय डॉलर-रुपया खरीद-बिक्री स्वैप का भी फैसला लिया है। RBI गवर्नर ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) को युक्तिसंगत बनाने और त्यौहार संबंधी खर्च ने इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर के दौरान घरेलू मांग को समर्थन दिया।

Advertisement

अन्य बातें

RBI गवर्नर की प्रेस कॉन्फ्रेंस की अहम बातें

RBI गवर्नर ने कहा कि वाणिज्यिक क्षेत्र में संसाधन प्रवाह बढ़कर 20.1 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल 16.5 लाख करोड़ रुपये था। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 686 अरब डॉलर है। वित्त वर्ष 2026 के लिए महंगाई का अनुमान 2.6 प्रतिशत से घटाकर 2.0 प्रतिशत कर दिया गया है। अगले वर्ष पहली तिमाही के लिए GDP वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत और दूसरी तिमाही के लिए 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

Advertisement

फायदा

रेपो रेट में कटौती से आपको क्या फायदा होगा?

रेपो रेट कम होने से बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है और इसका फायदा वे ग्राहकों तक पहुंचाते हैं। आने वाले दिनों में लोन 0.25 प्रतिशत तक सस्ते हो जाएंगे। मान लीजिए आपने 30 लाख रुपये का लोन 20 साल की अवधि के लिए लिया। पहले इस पर 8 प्रतिशत ब्याज लगता था, तो आपको 60.22 लाख रुपये चुकाने होते थे। अब 7.75 प्रतिशत ब्जाय दर से आपको 59.10 लाख रुपये चुकाने होंगे।

रेपो रेट

क्या होती है रेपो रेट? 

RBI जिस दर पर बैंकों को कर्ज देता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है। दरअसल, जिस प्रकार लोग अपनी जरूरतों के लिए बैंकों से पैसा लेकर ब्याज चुकाते हैं, उसी प्रकार बैंकों को केंद्रीय बैंक यानी RBI से लोन लेना पड़ता है। इस लोन पर बैंक जिस दर से RBI को ब्याज देते हैं, उसे रेपो रेट कहा जाता है। यह अर्थव्यवस्था के सबसे अहम फैक्टर्स में से एक होती है।

Advertisement