इंफोसिस के CEO ने खराब कार्य संस्कृति के आरोपों पर दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कुछ कहा
क्या है खबर?
इंफोसिस के CEO सलिल पारेख ने कंपनी की कार्य संस्कृति पर बयान दिया है।
यह बयान एक पूर्व कर्मचारी के आरोपों के बाद आया, जिसमें उसने इंफोसिस में काम करने की स्थितियों को लेकर अपनी शिकायतें की थीं।
बीते दिन (16 जनवरी) तीसरी तिमाही के आय पर चर्चा के दौरान पारेख ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी के साथ उचित व्यवहार किया जाए।"
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी के पास वेतन वृद्धि की पारदर्शी प्रक्रिया है।
उत्तर
कर्मचारी की शिकायत और पारेख का उत्तर
इंफोसिस में वेतन वृद्धि और कार्य संस्कृति को लेकर उठाए गए सवालों का पारेख ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, "हमारे पास यह देखने की एक अच्छी तरह से परिभाषित प्रक्रिया है कि प्रदर्शन कैसे संचालित होता है।"
उनका यह बयान भूपेंद्र विश्वकर्मा के लिंक्डइन पोस्ट के संदर्भ में आया, जिसमें उन्होंने इंफोसिस छोड़ने के कारणों के बारे में लिखा था।
विश्वकर्मा ने कहा था कि उन्होंने वित्तीय वृद्धि, कार्यभार वितरण और करियर की संभावनाओं में कमी का सामना किया था।
प्रदर्शन
कैसा रहा इंफोसिस का वित्तीय प्रदर्शन?
इंफोसिस ने अपनी तिमाही रिपोर्ट में 6,806 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 11.46 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने भविष्य में 15,000 से 20,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना भी बताई है।
पारेख ने कहा, "हमने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने राजस्व वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत से 5 प्रतिशत कर दिया है।" यह वृद्धि पूर्वानुमान से अधिक है, जो पहले 3.75 प्रतिशत से 4.5 प्रतिशत के बीच था।