
अमेरिका द्वारा एल्यूमीनियम पर लगाए टैरिफ से भारत को कितना नुकसान हो सकता है?
क्या है खबर?
अमेरिका ने 12 मार्च से एल्यूमीनियम के आयात पर टैरिफ को 10 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया है।
ये कई तरह के एल्यूमीनियम उत्पादों पर लागू होगा, जिसका भारत पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है, क्योंकि भारत सबसे ज्यादा एल्यूमीनियम अमेरिका को निर्यात करता है।
भारत अमेरिका को एल्युमीनियम कंडक्टर का सबसे बड़ी आपूर्तिकर्ता है। ऐसे में इस कदम का भारत पर असर पड़ना तय है।
आइए जानते हैं भारत को क्या नुकसान हो सकता है।
निर्यात
अमेरिका को कितना एल्यूमीनियम निर्यात करता है भारत?
आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में भारत का अमेरिका को एल्युमीनियम निर्यात करीब 7,831 करोड़ रुपये का था। पिछले 2 वित्तीय वर्षों में ये आंकड़ा 8,600 करोड़ रुपये से भी ज्यादा था।
बीते कुछ सालों में निर्यात में उछाल आया है, क्योंकि 2016 में ये आंकड़ा केवल 3,000 करोड़ के आसपास था।
अमेरिका के कुल एल्युमीनियम आयात में भारत का हिस्सा 3 प्रतिशत है। भारत अमेरिका को एल्युमीनियम कंडक्टरों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।
उत्पाद
किन-किन एल्यूमीनियम उत्पादों का होता है निर्यात?
भारत अमेरिका को एल्यूमीनियम कंडक्टर के अलावा अनरॉट एल्यूमीनियम, कील और फास्टनर और तार जैसे उत्पाद भी निर्यात करता है।
यूनाइटेड स्टेट्स इंटरनेशनल ट्रेड कमीशन (USITC) के मुताबिक, 2024 में भारत ने अमेरिका को 1,600 करोड़ रुपये का अनरॉट एल्यूमीनियम, 930 करोड़ रुपये के कील और फास्टनर और 852 करोड़ रुपये तार निर्यात किए थे।
2024 में अमेरिका में आयात किए गए सभी एल्यूमीनियम ट्यूब और पाइप फिटिंग का 26 प्रतिशत भारत से था।
असर
भारत पर क्या होगा असर?
टैरिफ से भारत के करीब 8,600 करोड़ रुपये का एल्यूमीनियम निर्यात प्रभावित हो सकता है।
2018 में भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एल्यूमीनियम पर 10 प्रतिशत पर टैरिफ लगाया था, लेकिन तब कई वस्तुओं को छूट दी गई थी।
हालांकि, इस बार अर्द्ध-तैयार वस्तुओं से लेकर मशीने के पूर्जों पर टैरिफ लगाया गया है, जिससे संभावित असर की संभावना और बढ़ गई है।
जानकारों का कहना है कि इससे उद्योग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
राहत
क्या है राहत की बात?
विशेषज्ञों का कहना है कि टैरिफ से कंपनियों के राजस्व में जरूर कुछ कमी देखने को मिल सकती है, लेकिन इसका समग्र प्रभाव सीमित होने की उम्मीद है, क्योंकि ज्यादातर कंपनियों के लिए एल्युमीनियम का निर्यात उनके कामकाज का एक छोटा हिस्सा है।
भारत के लिए भले ही अमेरिका एल्यूमीनियम के निर्यात का सबसे बड़ा बाजार हो, लेकिन कुल निर्यात में अमेरिका का हिस्सा करीब 12 प्रतिशत ही है।
व्यापार
भारत-अमेरिका के बीच कितना व्यापार होता है?
2023 में भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 10 लाख करोड़ रुपये का था।
पिछले 10 सालों में अमेरिका के साथ भारत का माल व्यापार अधिशेष 1.40 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 3 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
इस दौरान अमेरिका को भारत का निर्यात 3.38 लाख करोड़ रुपये से लगभग दोगुना होकर 6.71 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
फिलहाल भारत सबसे ज्यादा माल अमेरिका को निर्यात करता है। कुल भारतीय निर्यात का 17.73 प्रतिशत अमेरिका को होता है।