HDFC विलय के बाद बन जाएगा दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक
क्या है खबर?
1 जुलाई से HDFC और HDFC बैंक का विलय प्रभावी हो जाएगा। इस विलय के बाद HDFC बैंक मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में से एक बन जाएगा।
यह पहली बार होगा, जब कोई घरेलू भारतीय बैंक दुनिया के सबसे मूल्यवान बैंकों में शुमार होगा।
विलय के बाद यह बैंक अमेरिका और चीन के बैंकों के लिए एक बड़ा प्रतिद्ंवद्ंवी बनकर उभरेगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक होगा।
विलय
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबले के लिए तैयार होगा बैंक
विलय के बाद विश्व के बड़े बैंकों में शामिल होने वाला यह बैंक देश में पहले से ही सबसे बड़ा ऋणदाता है।
विलय के बाद यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबले के लिए तैयार होगा। भारत का कोई भी बैंक अभी तक ऐसा करने में सफल नहीं हुआ है।
विलय के बाद प्रतिस्पर्धा करने की इसकी क्षमता बढ़ने के साथ ही इसकी बैलैंस शीट भी मजबूत होगी।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, नए बैंक का बाजार पूंजीकरण लगभग 14 लाख करोड़ रुपये होगा।
मुकाबला
इन बैंकों को छोड़ेगा पीछे
अपने नए बाजार पूंजीकरण के साथ यह केवल जेपी मॉर्गन चेज, इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना और बैंक ऑफ अमेरिका से पीछे रहेगा।
इतना ही नहीं, यह बैंक HSBC, वेल्स फार्गो और मॉर्गन स्टेनली सहित बैंकिंग जगत के बड़े बैंकों से आगे निकल जाएगा।
विलय के बाद बनी नई यूनिट अपने भारतीय प्रतिद्वंदियों भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और ICICI बैंक से आगे निकल जाएगी। इसके साथ ही HDFC में विकास की कई संभावनाएं बढ़ जाएंगी।
बदलाव
ये है नई यूनिट की योजना
नए बैंक में लगभग 12 करोड़ ग्राहक और 1,77,000 कर्मचारी होंगे। बैंक में अगले कुछ वर्षों में 18-20 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है।
बैंक की योजना अगले 4 वर्षों में अपने ब्रांच की संख्या दोगुनी करने की भी है और इससे बैंक को और अधिक ग्राहकों तक पहुंचने और अन्य बैंकों के ग्राहकों को खुद से जोड़ने में मदद मिलेगी।
बता दें कि HDFC के लगभग 70 प्रतिशत ग्राहकों का अभी HDFC बैंक में खाता नहीं है।
शेयरधारक
शेयरधारकों के लिए फायदे का सौदा है विलय
इस विलय को शेयरधारकों के लिए फायदे का सौदा माना जा रहा है। बैंक का स्वामित्व सार्वजनिक शेयरधारकों के पास होगा। HDFC के शेयरधारक नई यूनिट में 41 प्रतिशत के मालिक होंगे।
विलय के बाद HDFC लिमिटेड के शेयर हट जाएंगे। ऐसे में HDFC शेयरधारक को HDFC के 25 शेयरों के बदले HDFC बैंक के 42 शेयर मिलेंगे।
विलय के बाद HDFC बैंक एक ही छत के नीचे होम लोन से लेकर बैंकिंग तक की सर्विस देगा।