रुपये में गिरावट को बजाज ने बताया 'पार्टी टाइम', जानिए ऐसा क्यों कहा
क्या है खबर?
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होते रुपये ने सभी को चिंताओं में डाल रखा है, वहीं यह स्थिति भारतीय दोपहिया वाहन निर्माता बजाज के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। इससे उसको निर्यात किए गए वाहनों पर ज्यादा मुनाफा हो रहा है। यही कारण है कि कंपनी के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने रुपये में गिरावट के दौर को उनके लिए 'पार्टी टाइम' बताया है। यह भी बताया कि इससे कंपनी को करोड़ों रुपये का फायदा हुआ है।
मुनाफा
कंपनी हुआ 200 करोड़ रुपये का मुनाफा
कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने कहा है, "रुपये की कीमत में धीरे-धीरे गिरावट हमारी जैसी कंपनी के लिए बहुत फायदेमंद है, जिसका लगभग 50 फीसदी राजस्व अंतरराष्ट्रीय बाजार से आता है। यह हमारे खुदरा बाजारों में प्रतिस्पर्धी बने रहने में भी बहुत मददगार है।" बजाज का निर्यात इस साल 2 अरब डॉलर (180 अरब रुपये) से अधिक रहा है। डॉलर के मुकाबले प्रत्येक 1 रुपये कीमत गिरने से कंपनी को 200 करोड़ रुपये से अधिक का फायदा हुआ है।
जोखिम
जोखिम प्रबंधन में मिली मदद
राकेश ने बताया कि पिछले सालों में रुपये में गिरावट ने कंपनी को पहले की अस्थिरता की अवधि की तुलना में अपने जोखिम को कम करने में सक्षम बनाया है। इसी कारण उसका घरेलू दोपहिया वाहन उद्योग साल की शुरुआत में मामूली गिरावट से लगभग 6-7 फीसदी की वृद्धि की ओर बढ़ गया है। GST में कमी ने दोपहिया और तिपहिया दोनों तरह के वाहनों की मांग को काफी प्रभावित किया है।