सिंथेटिक और सामान्य ऑयल में से गाड़ी के लिए कौन-सा है बेहतर? जानिए फायदे
कार के इंजन के काम करने के लिए ऑयल एक जरूरी तरल पदार्थ है। यह इंजन पार्ट्स के लिए आवश्यक चिकनाहट पैदा करता है। बाजार में मुख्य रूप से 2 तरह से इंजन ऑयल- सामान्य और सिंथेटिक उपलब्ध हैं। हालांकि, सामान्य ऑयल की तुलना में सिंथेटिक ऑयल के लिए 2-3 गुना कीमत चुकानी पड़ती है, लेकिन इसके फायदे बढ़े हुए दामों की भरपाई कर देते हैं। आइये जानते हैं सामान्य की तुलना में सिंथेटिक ऑयल के क्या फायदे हैं।
अधिक तापमान में भी सिंथेटिक ऑयल करता है बेहतर काम
सिंथेटिक ऑयल को इंजन की जरूरत के हिसाब से तैयार किया जाता है, जो उच्च तापमान में इंजन को बचाता है। यह अपने रासायनिक गुणों के कारण रेगुलर ऑयल की तुलना में चिकनाहट को ज्यादा समय तक कायम रखता है, जिससे इंजन की लाइफ बढ़ती है। सामान्य ऑयल इंजन में गाद के रूप में जम जाता है, जबकि सिंथेटिक ऑयल काफी परिष्कृत होने से नहीं जमता है। टर्बो इंजन के बेहतर काम करने के लिए भी यह बेहद जरूरी है।
गाद के रूप में नहीं होता है जमा
सामान्य ऑयल गाड़ी बंद रहने पर रिसकर इंजन के निचले हिस्से में जमा हो जाती है और गाड़ी स्टार्ट होने पर इसे पूरे इंजन में फैलने में 1-2 मिनट का समय लगता है। इससे इंजन ड्राई होने पर पार्ट घिसने का खतरा रहता है। दूसरी तरफ सिंथेटिक ऑयल के इस्तेमाल से इंजन कभी भी पूरी तरह ड्राई नहीं होता है। इसके मॉलेक्युल्स विभिन्न पार्ट्स में चिपके रहते हैं और इंजन में चिकनाहट फैलने में बहुत कम समय लगता है।