#NewsBytesExplainer: गाड़ियों में माइलेज क्या होता है और यह कैसे कम-ज्यादा हो सकता है?
आपने ध्यान दिया होगा कि वाहन मालिक अपनी गाड़ियों की माइलेज का पूरा ध्यान रखते हैं और इसे बढ़ाने के लिए अलग-अलग टिप्स और ट्रिक्स का इस्तेमाल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि माइलेज क्या है और इसे कैसे मापा जाता है? अगर नहीं तो आज हम कार गाइड में आपके लिए कार माइलेज की जानकारी लेकर आए हैं। आइये हैं कि माइलेज क्या है और इसे कैसे बढ़ाया जा सकता है।
क्या होता है माइलेज?
कोई भी गाड़ी एक लीटर पेट्रोल या डीजल में कितनी किलोमीटर की दूरी तय करती है, उसे गाड़ी का माइलेज कहा जाता है। यानी अगर कोई गाड़ी एक लीटर पेट्रोल में 20 किलोमीटर की दूरी तय करती है तो उस गाड़ी का माइलेज 20 किलोमीटर प्रति लीटर है। माइलेज को कई लोग एवरेज के नाम से भी जानते हैं। भारत में ज्यादातर लोग अधिक माइलेज वाली गाड़ियां खरीदते हैं।
कैसे पता करें अपनी कार या बाइक का माइलेज?
किसी भी गाड़ी या बाइक का माइलेज का पता आसानी से लगाया जा सकता है। इसके लिए आपको सबसे पहले वाहन के फ्यूल टैंक को खाली करना पड़ेगा और फिर इसमें केवल 1 लीटर तेल डालें। इसके बाद इतने तेल में आपकी गाड़ी जितना किलोमीटर चलेगी, वही आपकी गाड़ी का माइलेज होगा। वर्तमान में आने वाली गाड़ियों के इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में रियल टाइम माइलेज की जानकारी मिलती है, जो आपकी ड्राइविंग के तरीके के साथ बदलती भी है।
अधिक माइलेज वाली गाड़ियों से होती है बचत
देश में धीरे-धीरे पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं और इस वजह से कम माइलेज देने वाली गाड़ियों का असर ग्राहकों के जेब पर पड़ रहा है। इस वजह से लोग अधिक माइलेज देने वाली गाड़ियां खरीदने लगे हैं। अधिक माइलेज देने वाली गाड़ियों से कम पैसों के ईंधन में ज्यादा लंबी यात्रा की जा सकती है। इससे ग्राहकों को पैसे की बचत होती है। कम माइलेज वाली गाड़ियों में ईंधन का खर्चा अधिक आता है।
क्या कम माइलेज से घट जाती है गाड़ी की रीसेल वैल्यू?
कोई भी गाड़ी जब नई होती है तो बेहतर माइलेज देती है, वहीं जैसे-जैसे ये पुरानी होती जाती है। इसकी माइलेज में भी गिरावट आने लगती है। हालांकि, अगर इन्हे सही तरह से मैंटेन करके रखा जाए तो इनकी माइलेज में ज्यादा फर्क नहीं देखने को मिलता। जैसे-जैसे आपकी गाड़ी पुरानी होती जाती है इसकी रीसेल वैल्यू भी कम होने लगती है, फिर चाहे गाड़ी का माइलेज कितना भी अच्छा क्यों न हो।
कैसे कम-ज्यादा होता है माइलेज?
कई लोगों को लगता है कि छोटी डायमेंशन वाली गाड़ियों का माइलेज बड़ी गाड़ियों की तुलना में अधिक होता है। हालांकि, ऐसा नहीं है। जिन गाड़ियों में बेहतर इंजन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, वे बेहतर माइलेज देती हैं। कई चालक ट्रैफिक में वाहन का ईंधन बचाने के चक्कर में गाड़ी को बार-बार बंद कर देते हैं। यह तरीका भी सही नहीं है। असल में गाड़ी को स्टार्ट करने में अधिक ईंधन की खपत होती है।
कैसे बढ़ाये अपनी गाड़ी का माइलेज?
गाड़ी की माइलेज बढ़ाने के लिए इन टिप्स का अपनाना चाहिए। 1: इंजन ट्यूनिंग का रखें ध्यान:- अगर आप सच में अपने कार की माइलेज को बढ़ाना चाहते है तो इंजन ट्यूनिंग का ध्यान रखें। इंजन ट्यूनिंग से आपकी कार का माइलेज 4 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। 2: टायरों में रखें सही हवा:- अगर कार में कम हवा है तो इंजन पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है और इस वजह से कार का माइलेज घट जाता है।
माइलेज बढ़ाने में काम आते हैं ये टिप्स
3: क्लच के अधिक इस्तेमाल से बचें:- कार चलाते समय बार-बार क्लच का प्रयोग न करें, इससे अपने इंजन पर प्रभाव पड़ता है और माइलेज घटती है। 4: सही इंजन ऑयल का प्रयोग:- इंजन ऑयल कार इंजन का अहम हिस्सा होता है, जो इंजन के पार्ट्स को लुब्रीकेटेड रखता है। हमेशा अच्छे इंजन ऑयल का इस्तेमाल करें, इससे आपका इंजन सही चलता है और इससे गाड़ी का माइलेज भी बढ़ता है।