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कार की सभी सीटों के लिए मिलेगा सीट बेल्ट रिमाइंडर, वाहनों में जुड़ेगा नया सिस्टम
नई सीट बेल्ट तकनीक के साथ आएंगी गाड़ियां (तस्वीर: पिक्साबे)

कार की सभी सीटों के लिए मिलेगा सीट बेल्ट रिमाइंडर, वाहनों में जुड़ेगा नया सिस्टम

लेखन अविनाश
Aug 23, 2023
08:09 pm

क्या है खबर?

कार सवारियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए ऑटोमोबाइल कंपनियां गाड़ियों में नए-नए सेफ्टी फीचर्स जोड़ रही हैं। अब अमेरिका में कार यात्रियों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन (NHTSA) ने 4,535 किलोग्राम तक की सभी गाड़ियों में लेटेस्ट सीट बेल्ट अलार्म सिस्टम लगाने का प्रस्ताव दिया है। इसका इस्तेमाल भविष्य में आने वाली सभी गाड़ियों में किया जाएगा। नये सिस्टम को पीछे बैठने वाले यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

सिस्टम

नए सिस्टम से मिलेगी बेहतर सुरक्षा

नए सीट बेल्ट सिस्टम में खास अडैप्टिव फीचर्स दिए गए है। यह मौजूदा थ्री पॉइंट सीट बेल्ट का अपडेटेड वर्जन है, जो वाहन की स्पीड, यात्री के आकार और टक्कर जैसे विभिन्न मापदंडों को ध्यान में रखते हुए अपने आप एडजस्ट हो जाता है। इसकी मदद से सीट बेल्ट के खिंचाव को भी ऑटोमैटिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे दुर्घटना के दौरान यात्रियों में बेहतर सुरक्षा मिल सके।

इस्तेमाल

सभी गाड़ियों में जुड़ेगा नया सिस्टम 

NHTSA की मानें तो नये सीट बेल्ट सिस्टम का इस्तेमाल अब हर आने वाली सभी गाड़ियों में किया जाएगा। इस सिस्टम के साथ आगे और पीछे बैठे सभी पैसेंजरों के सीट बेल्ट न लगाने की स्थिति में चालक को ऑडियो अलर्ट के साथ-साथ डैशबोर्ड पर विजुअल रिमाइंडर भी मिलेगा। इस तकनीक की मदद से चालक को जानकारी रहेगी की पीछे बैठे यात्रियों ने सीट बेल्ट लगाया है या नहीं, जो सुरक्षा का लिहाज से जरूरी है।

सीट बेल्ट

भारत में सीट बेल्ट को लेकर क्या है नियम? 

मौजूदा समय में सभी वाहन निर्माताओं के लिए आगे की सीट पर बैठे यात्रियों के लिए सीट बेल्ट रिमाइंडर देना अनिवार्य है। हालांकि, अभी तक पीछे की सीट पर बैठे यात्रिओं के लिए सीट बेल्ट रिमाइंडर तकनीक उपलब्ध नहीं है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि इसे जल्द ही जोड़ा जा सकता है। केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम 138 (3) के तहत सीट बेल्ट नहीं पहनने वाले आगे या पीछे के सभी यात्रियों पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगता है।

भारत

भारत में होता है थ्री पॉइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल

पिछले साल ही भारत सरकार ने सभी सीटों पर थ्री पॉइंट सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया है। गौरतलब है कि पहले गाड़ियों में पीछे की बीच वाली सीट पर टू पॉइंट सेफ्टी बेल्ट मिलता था। बता दें, देशभर में हर साल करीब 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें से करीब 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है। सही सीट बेल्ट के होने से इन दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है।

सीट बेल्ट

थ्री पॉइंट सीट बेल्ट क्या है? 

थ्री पॉइंट सीट बेल्ट एक Y आकर का सीट बेल्ट है, जिसमें 2 बेल्ट- लैप बेल्ट और डायगनल बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। यह 2 तरफ से लॉक होता है और एक तरफ से इन्हें यात्री लॉक करते हैं। इसे कंधे और गोद में फिट किया जाता है। बता दें ये एक्सीडेंट के समय शरीर की ऊर्जा को छाती और कंधे के ऊपर फैला देता है। यह टू-पॉइंट सीट बेल्ट की तुलना में अधिक सुरक्षा प्रदान करता है।

न्यूजबाइट्स प्लस

कब से हो रहा सीट बेल्ट का इस्तेमाल? 

थ्री पॉइंट सीट बेल्ट को निल्स बोहलिन द्वारा विकसित किया गया था। इसका पहला उपयोग वोल्वो द्वारा 1959 में किया गया था। कंपनी ने इसे वोल्वो PV 544 मॉडल में इसे लगाया गया था। आजकल के ज्यादातर वाहनों में पीछे की बीच वाली सीट को छोड़कर सभी यात्रियों के लिए यह सीट बेल्ट पेश की जाती है। हालांकि, अब सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे सभी सीटों में लगाया जा रहा है।