कार में स्टील रिम्स की जगह अलॉय व्हील लगवाने में क्या है समझदारी? जानिए इनके फायदे
अधिकांश कंपनियां गाड़ियों के टॉप वेरिएंट अलॉय व्हील के साथ पेश करती हैं। जिन कारों में अलॉय व्हील की जगह स्टील रिम आते हैं, उनमें बाहर से इन्हें लगवाया जा सकता है। इन्हें स्टील की जगह एल्यूमिनियम, मैग्निशियम और निकल से मोल्डिंग प्रोसेस से बनाया जाता है। ये व्हील्स जहां दिखने में आकर्षक होते हैं, वहीं कम वजन के कारण अच्छा माइलेज भी देते हैं। कार गाइड में जानते हैं कार में अलॉय व्हील लगवाने के क्या फायदे होते हैं।
कार का लुक बन जाता है आकर्षक
अलाॅय व्हील को मोल्डिंग के जरिए मनचाहा आकर्षक डिजाइन दिया जाता है। कार को सुंदर बनाने के लिए इन्हें लगवाना बेहतर विकल्प है। साथ ही इनमें हवा के आने-जाने की पूरी जगह होती है, जिससे ब्रेक लगाने पर निकलने वाली गर्मी जल्दी निकल जाती है और ब्रेक जल्दी ठंडे हो जाते हैं। इससे ब्रेक सिस्टम अच्छा प्रदर्शन करने के साथ ब्रेक फेल का जोखिम भी कम रहता है। साथ ही टायर ठंडे रहने से जल्दी खराब नहीं होते हैं।
इन व्हील्स में नहीं लगती जंग
अलॉय व्हील सस्पेंशन पर कम दबाव डालते हैं, जिससे बेहतर पकड़ मिलती है। इसके अलावा, हैंडलिंग, स्टीयरिंग और कॉर्नरिंग में भी सुधार देखने को मिलता है और यह एक्सलरेशन को भी तेज करते हैं। साथ ही ये रिम्स जंग से बेहतर सुरक्षा प्रदान करते हैं, क्योंकि ये एल्यूमीनियम मिश्र धातु से बने होते हैं, जिससे जंग नहीं लगती। दूसरी तरफ ये पहिए पूरी तरह वायुरोधी होते हैं। इसलिए ट्यूबलेस टायर्स की फिटिंग के लिए स्टील रिम्स से बेहतर रहते हैं।