क्या होती है वीटो पावर, जिसका सहारा लेकर चीन ने चौथी बार मसूद अजहर को बचाया
क्या है खबर?
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव लाया गया था।
चीन ने इस प्रस्ताव पर अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल किया, जिस कारण यह प्रस्ताव पास नहीं हो सका।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि वीटो पावर क्या होती है जिस वजह से UNSC के चार सदस्यों के सहमत होने के बाद भी यह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका।
आइये जानते हैं इसकी बड़ी बातें।
वीटो
क्या होता है वीटो का मतलब?
वीटो (Veto) लैटिन भाषा का शब्द है। इसका मतलब होता है, 'मैं अनुमति नहीं देता/देती हूं।'
इसका इतिहास काफी पुराना है।
कहा जाता है कि प्राचीन रोम में चुने हुए अधिकारियों के पास खास अधिकार होता था। इस अधिकार के जरिए वे रोम सरकार के किसी भी फैसले को रोक सकते थे।
तब से चला आ रहा 'वीटो' शब्द किसी प्रस्ताव, किसी फैसले और गतिविधि को रोकने के लिए इस्तेमाल होने लगा।
जानकारी
इन देशों के पास है वीटो पावर
मौजूदा समय में UNSC के पांच स्थायी सदस्यों के पास वीटो पावर है। इन देशों के नाम है- अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और रूस। ये देश परिषद में आए किसी भी प्रस्ताव पर वीटो पावर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
UNSC
संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख संस्थाओं में से एक है UNSC
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC), संयुक्त राष्ट्र की छह प्रमुख संस्थाओं में से एक है।
इस परिषद का उत्तरदायित्व अतंरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है।
परिषद में कुल 15 स्दस्य होते हैं, जिनमें से पांच स्थायी सदस्य हैं और दस अल्पकालिक स्दस्य।
परिषद के स्थायी देश हैं- अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, चीन और फ्रांस। स्थायी देश किसी भी प्रस्ताव पर वीटो पावर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
भारत लंबे समय में इसकी स्थायी सदस्यता पाने की कोशिश में है।
वीटो पावर
पहली बार कब इस्तेमाल हुई वीटो पावर?
एनबीटी के मुताबिक, वीटो पावर 1920 में लीग ऑफ नेशन की स्थापना के समय पहचान में आई थी।
उस वक्त लीग के स्थायी और अस्थायी सदस्यों के पास वीटो पावर थी। साल 1945 में हुए याल्टा सम्मेलन में सोवियत संघ के तत्कालीन प्रधानमंत्री जोसेफ स्टालिन ने वीटो पावर का प्रस्ताव रखा था।
इसके लगभग एक साल बाद 1946 में USSR ने लेबनन और सीरिया से विदेशी सैनिकों की वापसी के प्रस्ताव पर वीटो किया था।
जानकारी
किस देश ने कितनी बार वीटो इस्तेमाल किया?
अब तक सबसे ज्यादा बार रूस ने वीटो का इस्तेमाल किया है। रूस ने अब तक 141 बार, अमेरिका ने 83 बार, ब्रिटेन ने 32 बार, फ्रांस 18 बार और चीन ने 15 बार वीटो का इस्तेमाल किया है।